नई दिल्ली, 28 नवंबर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मानव तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार को छह राज्यों में 22 स्थानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित कई अन्य स्थानों पर आज सुबह-सुबह शुरू हुई और स्थानीय पुलिस बलों के साथ समन्वय करके तलाशी अभियान चलाए गए।

अधिकारियों के अनुसार तलाशी में संगठित तस्करी नेटवर्क से जुड़े व्यक्तियों और संगठनों पर ध्यान केन्द्रित किया गया। एनआईए ने विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर ऑपरेशन शुरू किये। यह अभियान एक अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी गिरोह की जांच का हिस्सा है, जिसमें विदेशी संलिप्तता होने की आशंका है। सूत्रों के अनुसार बिहार के गोपालगंज जिले के कई लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के बहाने बहला-फुसलाकर फर्जी कॉल सेंटरों में ले जाया गया, जहां उन्हें साइबर धोखाधड़ी योजनाओं पर काम करने के लिए मजबूर किया गया। एनआईए को इस रैकेट में म्यांमार और लाओस से जुड़े होने का संदेह है।

इससे पहले 5 अक्टूबर को एनआईए ने आतंकवादी गतिविधियों और फंडिंग के सिलसिले में पांच राज्यों में इसी तरह की छापेमारी की थी। इन अभियानों में महाराष्ट्र, जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश, असम और दिल्ली के स्थानों को निशाना बनाया गया और ये आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। एनआईए ने सुरक्षा बलों की मदद से बारामूला और जम्मू-कश्मीर के अन्य इलाकों में भी तलाशी ली थी। इसके अतिरिक्त अक्टूबर में एनआईए ने दक्षिण 24 परगना, आसनसोल, हावड़ा, नादिया और कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल के कई जिलों में छापेमारी की।