
नई दिल्ली, 28 अगस्त। देश के औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि जुलाई महीने में बढ़कर चार महीने के उच्चतम स्तर 3.5 फीसदी पर पहुंच गई है, जो इससे पिछले महीने जून में 1.5 फीसदी थी। इससे पिछले साल औद्योगिक उत्पादन इसी महीने में 5 फीसदी थी।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने गुरुवार को जारी आंकड़ों में बताया कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित देश का औद्योगिक उत्पादन जुलाई में 3.5 फीसदी बढ़ा, जो इस साल मार्च में रही 3.9 फीसदी वृद्धि के बाद सर्वाधिक है। ये वृद्धि जुलाई में विनिर्माण क्षेत्र के अच्छे प्रदर्शन के कारण हुई है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर मापा गया कारखाना उत्पादन जुलाई 2024 में पांच प्रतिशत बढ़ा था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने जुलाई में जारी अनंतिम अनुमानों के विपरीत जून में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर को 1.5 पर अपरिवर्तित रखा है।
एनएसओ के जारी नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादन वृद्धि जुलाई 2025 में बढ़कर 5.4 फीसदी हो गई है, जो पिछले वर्ष इसी महीने में 4.7 फीसदी रही थी। खनन के उत्पादन में 7.2 फीसदी की गिरावट आई, जबकि एक वर्ष पहले इसमें 3.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी। इसके अलावा जुलाई में बिजली उत्पादन में मात्र 0.6 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि एक वर्ष पहले इसी अवधि में यह 7.9 फीसदी रही थी। एनएसओ के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2025-26 अप्रैल-जुलाई अवधि के दौरान देश का कुल औद्योगिक उत्पादन 2.3 फीसदी बढ़ा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 5.4 फीसदी था।