कोलकाता, 2 जून । सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर बंगाल में सियासी बवाल मचा हुआ है। इसी बीच केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने लोगों से शर्मिष्ठा के समर्थन में सोशल मीडिया पर अवाज उठाने की अपील की है।

मजूमदार ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट कर दावा किया है कि 13 जून को इस मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट में सुनवाई होगी। हालांकि किसने याचिका लगाई है, इस बारे में उन्होंने स्थिति स्पष्ट नहीं की है। मजूमदार ने लोगों से अपील करते हुए लिखा कि सोशल मीडिया पर एकजुट होकर आवाज उठायें। उन्होंने लिखा कि सनातनी शर्मिष्ठा की मुक्ति चाहिए। इसके साथ उन्होंने #आईस्टैंडविदशर्मिष्ठा का उपयोग किया।

पुणे की रहने वाली 22 वर्षीय लॉ स्टूडेंट शर्मिष्ठा पनोली को कोलकाता पुलिस ने गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित एक वीडियो में कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणियां की।

इस वीडियो के सामने आने के बाद एआईएमआईएम प्रवक्ता वारिस पठान ने केंद्रीय गृह मंत्री को टैग कर शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी की मांग की थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर गिरफ्तारी की मांग तेज हो गई। हालांकि, शर्मिष्ठा ने 15 मई को सार्वजनिक रूप से बिना शर्त माफी मांगते हुए कहा था कि उनका उद्देश्य किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था।

कोलकाता पुलिस ने 30 मई को शर्मिष्ठा को गिरफ्तार करने के बाद स्पष्ट किया था कि यह गिरफ्तारी कानून के तहत पूरी प्रक्रिया का पालन करते हुए की गई है। पुलिस ने बताया कि कई बार नोटिस देने के बावजूद शर्मिष्ठा और उनका परिवार सामने नहीं आया, जिसके चलते अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी कराया गया। अब उन्हें 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 196(1)(A), 299, 352 और 353(1)(C) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

समर्थन में उतरे कई नेता

शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी, आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय, अभिनेत्री व सांसद कंगना रनौत, आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम समेत कई नेताओं ने इस गिरफ्तारी को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर सवाल उठाए। बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मनन मिश्रा ने इसे “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला” बताया है और शर्मिष्ठा की रिहाई की मांग की है।

नीदरलैंड के सांसद ने शर्मिष्ठा का समर्थन किया

नीदरलैंड (डच) संसद के सदस्य गिर्ट विल्डर्स ने भी शर्मिष्ठा के पक्ष में एक्स पर पोस्ट कर शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी को लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी का उल्लंघन बताया है। गिर्ट विल्डर्स ने एक्स पर लिखा कि बहादुर शर्मीष्ठा पनौली को रिहा करो! उन्हें गिरफ्तार करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए शर्मनाक है। पाकिस्तान के बारे में सच बोलने के लिए उन्हें सजा न दें। विल्डर्स ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील करते हुए लिखा कि उनकी मदद करें।