नई दिल्ली, 4 अगस्त । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत तमाम नेताओं ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।राष्ट्रपति ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए कहा, “श्री शिबू सोरेन जी का निधन सामाजिक न्याय के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है। उन्होंने आदिवासी अस्मिता और झारखंड राज्य के निर्माण के लिए संघर्ष किया। जमीनी स्तर पर काम करने के अलावा उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और सांसद के रूप में भी योगदान दिया। जनता, विशेषकर आदिवासी समुदायों के कल्याण पर उनके ज़ोर को सदैव याद रखा जाएगा।”उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “मैं झारखंड के मुख्यमंत्री और शिबू सोरेन जी के पुत्र श्री हेमंत सोरेन जी, परिवार के अन्य सदस्यों और उनके सभी प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करती हूं।”गृहमंत्री अमित शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन के निधन को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि उन्होंने दशकों तक झारखंड में जनजातीय समाज के अधिकारों और सशक्तीकरण के लिए संघर्ष किया। अपने सहज और सरल स्वभाव के कारण वे जन-जन से जुड़े रहे। शाह ने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान मिले और शोकाकुल सोरेन परिवार व उनके समर्थकों को यह दुख सहने की शक्ति मिले।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिबू सोरेन को देश के वरिष्ठतम नेताओं में से एक बताते हुए कहा कि उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों, विशेष रूप से जनजातीय समाज के अधिकारों के लिए आजीवन संघर्ष किया। वे हमेशा जनता और जमीनी मुद्दों से जुड़े रहे। राजनाथ सिंह ने उनके साथ अपने लंबे परिचय का जिक्र करते हुए उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उनके परिवार एवं समर्थकों के प्रति संवेदनाएं जताईं।केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शिबू सोरेन को भारतीय राजनीति का एक प्रमुख चेहरा बताया, जिन्होंने हाशिए पर रहने वाले लोगों के उत्थान और झारखंड की पहचान को आकार देने में अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने कहा कि उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शिबू सोरेन को एक प्रभावशाली व्यक्तित्व बताया, जिन्होंने आदिवासी समुदायों के उत्थान और हाशिए पर रहने वाले लोगों की आवाज को मुख्यधारा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने जेएमएम के संस्थापक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर गहरा दुख जताया और उनके परिवार व अनुयायियों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं।केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिबू सोरेन के निधन को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि वे एक संघर्षशील और जुझारू राजनेता थे, जिन्होंने जनजातीय समाज के अधिकारों के लिए हमेशा आवाज उठाई। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि उनकी आत्मा को शांति मिले और शोकाकुल परिवार को यह दुख सहने की शक्ति मिले।

केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने शिबू सोरेन को जनजातीय समाज के सशक्तीकरण के लिए आजीवन संघर्ष करने वाला नेता बताया। उन्होंने इस कठिन समय में हेमंत सोरेन और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें।मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि शिबू सोरेन ने जनजातीय समाज के अधिकारों और सशक्तीकरण के लिए आजीवन संघर्ष किया। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि उनकी आत्मा को शांति मिले और शोकाकुल परिवार को दुख सहने की शक्ति मिले।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उन्होंने अलग झारखंड प्रदेश और वहां के लोगों के जल, जंगल, जमीन के अधिकारों और आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के लिए आजीवन संघर्ष किया। खरगे ने कहा कि उन्होंने हेमंत सोरेन से बात कर उनके परिवार और समर्थकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शिबू सोरेन को आदिवासी समाज की मजबूत आवाज बताते हुए कहा कि उनके हक के लिए उन्होंने आजीवन संघर्ष किया। झारखंड के निर्माण में उनकी भूमिका को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने हेमंत सोरेन और उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शिबू सोरेन को भारत के आदिवासी अधिकार आंदोलन का एक दिग्गज नेता बताया। उन्होंने अलग झारखंड के निर्माण और आदिवासी समुदायों के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने हेमंत सोरेन और झारखंड के लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शिबू सोरेन को आदिवासी समुदायों के लिए ‘दिशोम गुरु’ बताते हुए उनके निधन को झारखंड के इतिहास का एक अध्याय समाप्त होने के रूप में वर्णित किया। उन्होंने हेमंत सोरेन और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और कहा कि वे उन्हें अच्छी तरह जानती थीं और उनका सम्मान करती थीं।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिबू सोरेन को आदिवासी और वंचित समाज की बुलंद आवाज बताया और उनके निधन को अत्यंत दुखद करार दिया। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने शिबू सोरेन के निधन को अति-दुखद बताते हुए उनके पुत्र हेमंत सोरेन, उनके परिवार और समर्थकों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि शोकाकुल परिवार को यह दुख सहने की शक्ति मिले।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू यादव ने शिबू सोरेन को आदिवासी समाज का सच्चा संरक्षक बताया और कहा कि उनके योगदान को देश कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शिबू सोरेन को झारखंड और आदिवासी समाज की आत्मा बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने आदिवासी अधिकारों, जल-जंगल-जमीन और संवैधानिक न्याय के लिए जीवन भर संघर्ष किया। उनके निधन को देश की राजनीति और आदिवासी आंदोलन की अपूरणीय क्षति बताते हुए उन्होंने हेमंत सोरेन और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शिबू सोरेन को आदिवासी अस्मिता की बुलंद आवाज बताते हुए कहा कि वे झारखंड राज्य निर्माण आंदोलन की धुरी थे। उन्होंने वन अधिकार अधिनियम 2006 और भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके सामाजिक और आर्थिक न्याय के प्रति समर्पण को प्रेरणादायक बताया।कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास ने शिबू सोरेन के निधन को झारखंड की राजनीति के एक युग का अंत बताया। उन्होंने कहा कि उनका जीवन संघर्ष और जनहित के लिए समर्पण हमेशा प्रेरणा देगा।

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने शिबू सोरेन के निधन को झारखंड और बिहार के लिए असह्य पीड़ा का क्षण बताया। उन्होंने उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने शिबू सोरेन को जन आंदोलनों से निकला एक क्रांतिकारी नायक बताया और कहा कि इस मुश्किल घड़ी में पूरा देश हेमंत सोरेन के साथ खड़ा है।झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का सोमवार को दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। वे 81 वर्ष के थे और पिछले कई महीने से बीमार थे।