शिव-शक्ति यज्ञ के साथ दीपदान, ज्योतिशिखाओं से हनुमान आरती, चतुर्दशी एवं पूर्णिमा के कई पुरातन अनुष्ठानों का हुआ दिग्दर्शन
बांसवाड़ा, 27 नवम्बर। गायत्री मण्डल के पीताम्बरा आश्रम में रविवार को कार्तिक चतुर्दशी एवं पूर्णिमा से संबंधित विभिन्न अनुष्ठान रात्रि तक आयोजित हुए, जिनमें साधकों ने हिस्सा लिया। इस दौरान् पूर्ण श्रद्धा एवं भक्तिभाव से दो दर्जन से अधिक विविध पूजा-अर्चना एवं यज्ञात्मक अनुष्ठान हुए।
समस्त अनुष्ठान एवं यज्ञार्चन मण्डल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ब्रह्मर्षि पं. दिव्यभारत पण्ड्या तथा पीताम्बरा परिषद के संयोजक पं. नरेन्द्र आचार्य (छींछ) के आचार्यत्व में हुए। विनायक स्तवन, गायत्री एवं हनुमान यज्ञ के साथ ही हरि-हर पूजा, शिव-शक्ति अनुष्ठान, त्रिपुरसुन्दरी सौभाग्य अष्टोत्तरशत नामावली से पुष्पार्चन, सूर्यपूजा, रूद्रार्चन अभिषेक, शालिग्राम पूजन एवं अभिषेक तथा द्वादशाक्षर मंत्र, पुरुष सूक्त आदि से षोड़शोपचार पूजा एवं अभिषेक आदि हुए।
विभिन्न देवी-देवताओं के पूजन-अर्चन एवं अभिषेक के उपरान्त इनके वैदिक एवं पौराणिक मंत्रों से यज्ञ में आहुतियां दी गई। इनके अन्तर्गत श्री लक्ष्मीनारायण महापूजा, भीष्मपंचक व्रत से संबंधित अनुष्ठानों के साथ ही कार्तिकामासीय अनुष्ठान किए गए।
रविवार रात दीपदान, गायत्री एवं पंचवक्त्र हनुमान पूजन, भैरवार्चन, ज्योतिशिखाओं से भगवान हनुमानजी की पूजा-अर्चना एवं दीपदान, चौमुखा दीपदान एवं यज्ञ सहित विभिन्न देवी-देवताओं से संबंधित अनुष्ठान एवं यज्ञ, चन्द्रार्चन एवं ललिता सहस्रनाम अनुष्ठान आदि किए गए। श्रद्धालुओं द्वारा रविवार रात ज्योतिशिखाओं से भगवान श्री हनुमानजी की आरती उतारी गई।
इन अनुष्ठानों में गायत्री मण्डल के कार्यकारिणी सदस्य पं. राजेश त्रिवेदी (छींछ), पं. आशीष पण्ड्या एवं पं. पुनीत पण्ड्या(पिण्डारमा), पं. महेन्द्र पाठक, पं. अमित जोशी, पं. जय रणा, पं. ललित कुमार आचार्य, कार्यक्रम समन्वयक पं. मनोज नरहरि भट्ट, पं. दिलीप अधिकारी सहित कई साधकों ने हिस्सा लिया।