
राजस्थान फाउंडेशन, भारत जैन महिला मंडल और सूचना केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में सांस्कृतिक समन्वय का सफल आयोजन
कोलकाता, 15 नवंबर। राजस्थान फाउंडेशन, भारत जैन महिला मंडल और राजस्थान सूचना केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार, 15 नवंबर को कोलकाता के राजस्थान सूचना केन्द्र सभागार में मॉरिशस की प्रख्यात हिन्दी साहित्यकार विदुषी डॉ. अलका धनपत एवं कोलकाता के प्रतिष्ठित उद्योगपति एवं समाजसेवी भीखमचंद पूगलिया के उल्लेखनीय योगदान के सम्मान में अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया।
डॉ. अलका धनपत कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं और कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थानी प्राणिधारी सभा के अध्यक्ष रतन शाह ने की।
विशिष्ट हस्तियों की उपस्थिति और महत्वपूर्ण विमोचन
समारोह में राजस्थान फाउंडेशन के सुजीत बाबू और पैलेस ऑन व्हील्स के डायरेक्टर शिवराम जाटोलीया विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर गंगा मिशन के राष्ट्रीय महा सचिव प्रहलाद राय गोयनका और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के संयुक्त निदेशक अशोक कुमार वर्मा एवं, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर डॉ. संध्या मल्होत्रा ने कार्यक्रम को वैचारिक गहराई दी।
समारोह में मंचासीन अतिथियों ने नेपाल की विद्वान लेखिका डॉ. भावना पराजुली द्वारा लिखित पुस्तक “उपहार” एवं पैलेस ऑन व्हील के फ़ोल्डर का भी विमोचन किया।
पूरे कार्यक्रम के दौरान राजस्थानी संस्कृति और साहित्य का एक अद्भुत और मनमोहक मेल देखने को मिला, जिसने कोलकाता की धरती पर राजस्थान की समृद्ध विरासत को जीवंत कर दिया। सभा में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने इस सांस्कृतिक समन्वय की सराहना की।
साहित्य, इतिहास और समाज सेवा पर अतिथियों के विचार
मुख्य अतिथि डॉ. अलका धनपत ने अपने प्रेरक संबोधन में हिन्दी साहित्य और लेखनी के महत्व पर विस्तार से बात की और हिन्दी को वैश्विक मंच पर ले जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने मॉरिशस के इतिहास, वहाँ की संस्कृति और भारतीय मूल के लोगों के संघर्ष पर प्रकाश डाला और बताया कि किस प्रकार भारतीय संस्कृति ने मॉरिशस में अपनी जड़ों को मजबूती से बनाए रखा है।
समारोह में उद्योगपति एवं समाजसेवी भीखमचंद पूगलिया को उनके निरंतर और समर्पित सामाजिक कार्यों के लिए भामाशाह सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान ग्रहण करने के बाद अपने उद्बोधन में पूगलिया ने सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रेरणादायक ढंग से बताया कि कैसे उन्होंने जीवन में निस्वार्थ सेवा भाव को अपना मूलमंत्र बनाया और इसी सिद्धांत पर कार्य करते हुए वे आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं।
यह भव्य अभिनंदन समारोह कोलकाता स्थित राजस्थान सूचना केन्द्र सभागार में दोपहर 3.00 बजे शुरू हुआ और यादगार क्षणों के साथ संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का संयोजन, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, राजस्थान के सहायक निदेशक एवं सूचना केन्द्र, कोलकाता के प्रभारी हिंगलाज दान रत्नू एवं भारत जैन महिला मंडल, कोलकाता की विनित अंजू सेठिया ने किया।







