मास्को, 16 नवंबर। रुसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की रूस की चल रही यात्रा के दौरान किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं। किम जोंग उन की रूस यात्रा के चलते पश्चिमी देश इस चिंता से ग्रस्त है कि मास्को व प्योंगयांग कही किसी हथियार सौदे की तो तैयारी नहीं कर रहे हैं
एकांतप्रिय किम अपने देश से बाहर रूस की यात्रा पर हैं, जहां उन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी।
समाचारपत्र डॉन की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक माना जाता है कि रुस यूक्रेन में लड़ाई जारी रखने के लिए उत्तर कोरियाई गोला-बारूद खरीदने में दिलचस्पी रखता है, जबकि प्योंगयांग अपने मिसाइल कार्यक्रम को विकसित करने के लिए रूस की मदद चाहता है।
पश्चिमी देशों ने रूस और उत्तर कोरिया को हथियार सौदा करने के खिलाफ चेतावनी दी है, और कहा है कि कोई भी हथियार सौदा प्योंगयांग पर प्रतिबंधों की अवहेलना होगा।
मॉस्को ने कहा कि अपने विस्तारित दौरे के हिस्से के रूप में किम ने शुक्रवार को प्रमुख रूसी इंजीनियरिंग केंद्र, कोम्सोमोल्स्क-ऑन-अमूर में एक रूसी सैन्य विमानन कारखाने का दौरा किया। साथ ही उन्होंने रूस के सुखोई एसयू-35 और एसयू-57 लड़ाकू विमानों का उत्पादन देखा तथा एसयू-35 की एक प्रदर्शन उड़ान देखी।
किम के साथ कारखानों का दौरा करने के बाद रूसी उप प्रधान मंत्री डेनिस मंटुरोव ने कहा,“हम विमान निर्माण और अन्य उद्योगों दोनों के क्षेत्र में सहयोग की संभावना देखते हैं।”
व्यापार और उद्योग मंत्री मंटुरोव ने कहा,“तकनीकी संप्रभुता प्राप्त करने के लिए हमारे देशों के सामने आने वाले कार्यों को प्राप्त करने के लिए यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।”
रूस ने बिना कोई निश्चित समय सीमा बताए कहा है कि किम अगले कई दिनों तक अपनी यात्रा जारी रखेंगे।
इस बीच जापानी सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ‘बिना किसी पूर्व शर्त के’ किम से मिलने के इच्छुक हैं। ।
जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाज़ु मात्सुनो ने संवाददाताओं से कहा,“हम जल्द से जल्द एक शिखर बैठक हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री के सीधे नियंत्रण में उच्च स्तरीय चर्चा करना चाहेंगे।”
मात्सुनो ने कहा,“ किशिदा किसी भी समय और बिना किसी पूर्व शर्त के किम का सीधे सामना करने के लिए अपना दृढ़ संकल्प व्यक्त कर रहे हैं।”
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री पार्क जिन ने शुक्रवार को कहा कि अगर रुस और उत्तर कोरिया हथियार सौदा करते हैं तो सियोल उन पर और प्रतिबंध लगाने पर विचार कर सकता है।