अमेठी 16 मार्च।एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालकर भारत को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी के ही नेता उनसे टूटते जा रहे हैं, वह अपने ही नेताओं और कार्यकर्ताओं को नहीं जोड़ पा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आज अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर थी। इस दौरान विशेश्वरगंज के काली मैदान में जन समूह को संबोधित करने से पहले अमेठी जिले के कांग्रेस के 14 नेताओं ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया, जिसमें अमेठी संसदीय क्षेत्र के थौरी से राजेश्वर प्रताप सिंह प्रमुख हैं। राजेश्वर प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में 10 वर्षों तक प्रदेश महासचिव के पद पर रह चुके हैं। राजेश्वर सिंह के पिता भी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य रह चुके हैं। राजेश्वर सिंह ने कहा कि राहुल गांधी अमेठी में 10 लोगों को भी नाम से नहीं जानते हैं। वह भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अमेठी आए लेकिन नेताओं और कार्यक्रमों से दूरी बना कर रखा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास के पद पर अग्रसर है। जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटी, नागरिकता संशोधन कानून का लागू हुआ। जिस पर देश भर से निगाहें टिकी हुई थी, 500 वर्षों बाद भगवान राम लाल टेंट से हटकर अपने भव्य मंदिर में पहुंचे। यही नहीं, पूरे देश के साथ-साथ अमेठी में भी विकास हो रहा है। हम लोग केंद्रीय मंत्री व अमेठी सांसद स्मृति ईरानी के कार्यों से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष राम प्रसाद मिश्र ने सभी कांग्रेसियों को के गले में पटका डालकर बीजेपी की सदस्यता दिलाई। सदस्यता लेने वालों में पूर्व ब्लाक प्रमुख शुकुल बाजार दद्दन सिंह, रमेश सिंह , संजय सिंह , अनुराग सिंह, अमित सिंह , सत्यम सिंह, कुलवंत सिंह, आलोक सिंह, धर्मवीर मौर्य, अरविंद अग्रहरि, धर्मेंद्र सिंह, रमेश कुमार चौबे और अजय तिवारी प्रमुख रूप से है। इन सभी कांग्रेसी नेताओं में केंद्रीय मंत्री व अमेठी सांसद स्मृति ईरानी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। कांग्रेसी नेताओं के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। आज शामिल होने वाले नेताओं ने तो यहां तक कह दिया कि कांग्रेस पार्टी को संसदीय क्षेत्र के कई स्थानों से बूथ एजेंट भी नहीं मिल पाएंगे।