जम्मू, 31 जुलाई। इस वर्ष अमरनाथ यात्रा पर रिकार्ड संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। पिछले साल 4.45 लाख श्रद्धालुओं के मुकाबले इस साल अब तक 4.71 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इस वर्ष यात्रा के 19

दिन अभी बाकी हैं। इसी बीच बुधवार सुबह 1,654 यात्रियाें का एक और जत्था सुरक्षाकाफिलों की निगरानी में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ।

बुधवार को अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल पूरी यात्रा के दौरान 4.45 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा कर

गुफा मंदिर में बाबा बफार्नी के दर्शन किए थे। मंगलवार को पांच हजार श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ के दर्शन किए थे।उन्होंने बताया कि इस वर्ष अभी तक रिकार्ड संख्या में 4.71 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि सुरक्षा, सामुदायिक रसोई (लंगर), पारगमन और आधार शिविरों की व्यवस्था के बीच जम्मू से लेकर यात्रा के दोनों मार्गाें पर सुरक्षाबलों की मौजूदगी ने सुरक्षित, सुचारू और परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित की है। यात्रियों को सबसे महत्वपूर्ण मदद स्थानीय लोगों ने भी दी है। ये स्थानीय लोग टट्टू के माध्यम से तीर्थयात्रियों को गुफा तक पहुंचाने से लेकर कुली के रूप में भी काम करते हैं।

कश्मीर में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ की गुफा तक पहुंचने के दो मार्ग हैं। इनमें पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग से और दूसरा उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं। पहलगाम से गुफा मंदिर की दूरी 48 किलोमीटर है और तीर्थयात्रियों को मंदिर तक पहुंचने में 4-5 दिन लगते हैं। वहीं बालटाल से गुफा मंदिर तक की दूरी 14 किलोमीटर है और तीर्थयात्रियों को ‘दर्शन’ कर बेस कैंप लौटने में एक दिन लगता है। उत्तरी कश्मीर मार्ग पर बालटाल और दक्षिण कश्मीर मार्ग पर चंदनवाडी में तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं। इस वर्ष की यात्रा 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन त्योहार के दिन संपन्न होगी।