हरदीप सिंह ने पार्टी के नेता सुखबीर बादल पर लगाया अनदेखी करने का आरोप

चंडीगढ़, 6 मई । शिरोमणि अकाली दल को सोमवार को उस समय बड़ा झटका लगा जब पार्टी के उम्मीदवार हरदीप सिंह ने चंडीगढ़ लोकसभा चुनाव का टिकट लौटाते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। साथ ही हरदीप सिंह ने अपने समर्थकों सहित अकाली दल छोड़ने का ऐलान भी कर दिया है।

सोमवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में हरदीप सिंह ने कहा कि उन्होंने पार्टी लीडरशिप की अनदेखी के चलते यह फैसला लिया है। चंडीगढ़ में अकाली दल पहली बार चुनाव लड़ने जा रहा था। सुखबीर बादल पंजाब की 13 सीटों पर तो प्रचार कर रहे हैं लेकिन 14वीं चंडीगढ़ सीट को भूल गए हैं, जबकि वह चंडीगढ़ में ही रहते हैं। हरदीप सिंह ने कहा कि उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ इस बारे में कई बार बात की, लेकिन उम्मीदवार होने के बावजूद उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। हरदीप सिंह ने ऐलान किया है कि उनके साथ चंडीगढ़ अकाली दल की सभी इकाइयों के प्रधानों ने भी इस्तीफा दे दिया है। वह किसी दूसरी पार्टी में नहीं जाएंगे। वह सिर्फ पार्टी की नीतियों से परेशान होकर पार्टी छोड़ रहे हैं।

दरअसल, पिछले सप्ताह अकाली दल ने हरदीप सिंह को चंडीगढ़ लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार घोषित किया था। उम्मीदवार की घोषणा होने के बाद हरदीप सिंह ने दरबार साहिब में नतमस्तक होकर अपना चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था। हरदीप सिंह चंडीगढ़ अकाली दल के प्रधान और नगर निगम में पार्टी के इकलौता पार्षद हैं। वह पहले सीनियर डिप्टी मेयर तथा डिप्टी मेयर भी रह चुके हैं।