पटना, 17 अप्रैल । दानापुर से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बाहुबली विधायक रीतलाल यादव ने दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण करने के बाद कई संगीन आरोप लगाए हैं। यादव ने कहा कि दानापुर विधानसभा सीट से दूर करने के लिए उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचा जा रहा है। विधायक ने कहा कि मैं फरार चल रहा था, क्योंकि मेरी हत्या की साजिश रची गई और इसको अंजाम देने के लिए एके-47 भी मुहैया कराया गया था।

रीतलाल यादव ने कोर्ट परिसर में मीडिया के सामने कहा कि मेरी हत्या की साजिश रची जा रही थी। बिल्डर को कहा गया कि तुम जाओ रीतलाल से मिलो और हमको बता देना। हम उसपर केस करेंगे कि तुमको (बिल्डर) किडनैप करके लाया था। उसी दौरान हम रीतलाल पर गोली चलाकर उसकी हत्या कर देंगे। सबको बताएंगे कि हमने किडनैपर के चंगुल से व्यक्ति विशेष को बचा लिया है। यादव ने कहा कि कुछ पदाधिकारियों के द्वारा मुझे मारने के लिए एके-47 मुहैया करायी गई थी। अब मैं जेल जा रहा हूं। सबसे बड़ी बात है कि जेल जाने और कोर्ट आने के दरम्यान मेरी जान को सबसे बड़ा खतरा है। जान बचेगा तब न बेल के लिए फाइल करेंगे।

रीतलाल यादव ने कहा कि ये सारी साजिश दानापुर विधानसभा चुनाव जीतने के लिए की जा रही है। मेरे विरोधियों द्वारा ये सब किया जा रहा है। ऐसी घटना से हम डरने वाले नहीं हैं। जनता मेरे साथ है। विरोधियों की कोशिश है कि दानापुर किसी भी हाल में छूट जाए। इसके लिए वो रीतलाल की हत्या कराना चाहते हैं या किसी भी मामले में जेल भेज देना चाहते हैं। किसी भी हाल में मैं चुनाव लड़ूंगा।

उल्लेखनीय है कि आज सुबह कोर्ट खुलते ही रीतलाल अपने भाई और कई सहयोगियों के साथ दानापुर न्यायालय में आत्मसमर्पण करने पहुंचे थे। यहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया गया है। राजद विधायक पर बिल्डर से रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। इससे पहले पटना पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स ने उनके 11 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें 10.5 लाख रुपये नकद, 77 लाख रुपये के ब्लैंक चेक, जमीन के दस्तावेज, डीड, स्टांप के साथ कई अन्य सामग्री बरामद हुई थी। छापेमारी का नेतृत्व दानापुर एएसपी भानु प्रताप सिंह ने किया था। यह सब जानकारी भी मीडिया को भानु प्रताप सिंह ने ही दी थी।