
सात एयरगन, प्रतिबंधित पशु की खाल मिली
लखनऊ, 27 जून। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पुलिस ने मलिहाबाद इलाके के एक घर में संचालित अवैध असलहा फैक्टरी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने यहां से अलग-अलग बोर के 158 कारतूस, तीन पिस्टल, तमंचा, रायफल, सात एयरगन समेत हथियार बनाने के
उपकरण आदि बरामद किये हैं। पुलिस ने अवैध असलाह फैक्टरी संचालक को भी गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त उत्तरी, गोपाल चौधरी ने शुक्रवार को यहां एक पत्रकार वार्ता में बताया कि मलिहाबाद के मिर्जागंज निवासी सलाऊद्दीन उर्फ लाला के घर पर अवैध असलहों के बनाने व तस्करी की सूचना मिली थी। इस पुलिस ने इलाके के पूर्व सिनेमाघर के पास से एक व्यक्ति काे पकड़ लिया।तलाशी के दाैरान उसके पास से आठ जिंदा कारतूस बरामद किये। इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार उसकी पहचान
पूर्व सिनेमाघर तिराहा, मिर्जापुर थाना व कस्बा मलिहाबाद निवासी सलाऊद्दीन उर्फ लाला के रूप में हुई। उससे कड़ाई से पूछताछ के बाद
मलिहाबाद और रहीमाबाद की थाना पुलिस ने सयुंक्त कार्रवाई करते हुए गुरुवार की रात के उसके ठिकाने पर छापा मारा। छापे के दौरान पुलिस ने उसके घर से 158 कारतूस बरामद हुआ हैं, जिनमें 315 बोर के 18 कारतूस, 68 कारतूस 22 बोर, 40 कारतूस 22 बोर, 12 बोर के 30 कारतूस, 32 बोर के दो कारतूस के अलावा सात एयरगन, तीन पिस्टल समेत अन्य तमंचा, छह बांका, दो छूरी, नौ फरसा व गडांसा और हिरन की खाल आदि बरामद हुई।
छानबीन के दौरान पुलिस को आरोपित के बारे में पता चला है कि वह दवा की दुकान चलाता है। उसकी दो बेटियां है। बड़ी बेटी नार्वें में तो दूसरी बेटी परिवार के साथ रहकर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही है। पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपित ने यह स्वीकारा है कि अवैध असलहा अपने घर पर बनाता है।
आरोपित के घर लोगों का था आना-जाना
पुलिस के अनुसार उसके आसपड़ोस के लोगों ने अपना नाम न बताने के शर्त पर बताया कि आरोपित सलाऊद्दीन के घर पर लोगों का आना-जाना था। जाे लाेग आते थे वो बड़े ही खूूंखार दिखते थे। कुछ लोग तो उसके घर में किराये का कमरा लेकर रुकते भी थे। रात-रात भर मशीनें चलती थी। आस पड़ोस वाले उसके घर का माहौल देखकर उससे बोलने से भी डरते थे।
डीसीपी ने बताया कि आरोपित के खिलाफ अवैध असलहों को बनाने व तस्करी के अलावा प्रतिबंधित पशुओं की खाल रखने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजकर उसके करीबियों और परिवार के लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि वो किन लोगों को हथियार सप्लाई करता था। इसके पीछे और कौन लोग शामिल हैं। मोहर्रम से ठीक पहले इतनी बड़ी संख्या में हथियार और कारतूस मिलने के बाद एटीएस और अन्य जांच एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं।
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