रायपुर, 29 नवम्बर। छत्तीसगढ़ की सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों के लिए दो चरणों में हुए मतदान के बाद आगामी 03 दिसम्बर को होने वाली मतगणना की सभी तैयारियां पूरी हो गई है। सभी 33 जिला मुख्यालयों में मतगणना होंगी।

राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि सभी मतगणना केंद्रों में प्रेक्षकों की निगरानी में होने वाली मतगणना के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 14 टेबल लगाए जायेंगे। मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू होगी जिसमें सबसे पहले सेवा मतदाताओं के मतों की गणना होगी। सबसे पहले ईटीपीबीएस (इलेक्ट्रानिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलैट सिस्टम) से प्राप्त मतों के क्यूआर कोड की स्कैनिंग की जाएगी। उसके बाद डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होगी।

उन्होंने बताया कि साढ़े आठ बजे के बाद सभी टेबलों पर एक साथ मतगणना शुरू होगी। 90 विधानसभा सीटों में से कवर्धा में सबसे अधिक 30 चक्रों में मतगणना होगी। इसके बाद कसडोल में 29 चक्र होंगे। वहीं सबसे कम मनेन्द्रगढ़ एवं भिलाई नगर में 12 चक्रों में मतगणना होगी।उन्होने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना केन्द्रों में होने वाली मतों की गिनती के दौरान बिना प्राधिकार पत्र के किसी भी व्यक्ति को मतगणना कक्ष में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।

कंगाले ने बताया कि पूरी मतगणना प्रक्रिया की रिकार्डिंग भी रखी जाएगी। इस दौरान प्रेक्षक तथा रिटर्निंग ऑफिसर को छोड़कर मतगणना कक्ष में किसी को भी मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा कोई भी अन्य व्यक्ति अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण यथा आईपेड, रिकॉर्डर, वीडियो कैमरा जैसे अन्य उपकरण नहीं ले जा सकेंगे।

उन्होंने बताया कि मतगणना के दौरान अभ्यर्थी किसी भी टेबल पर जाकर मतगणना को देख सकेंगे जबकि अभ्यर्थी के अभिकर्ता सिर्फ निर्धारित टेबल पर ही मतगणना का निरीक्षण करेंगे। मतगणना की पूरी कार्यवाही मतगणना प्रेक्षक तथा सामान्य प्रेक्षक की उपस्थिति तथा निगरानी में होगी। इस दौरान प्रत्येक राउंड की समाप्ति पर अभ्यर्थी या उनके अभिकर्ता की उपस्थिति एवं प्रेक्षक की निगरानी में रैंडम आधार पर किसी दो कंट्रोल यूनिट की जाँच की जाएगी। इसके अलावा सभी चक्रों की गणना पूर्ण होने पर पांच वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) का ड्रा के माध्यम से चयन कर मतों का सत्यापन किया जाएगा।