
कोलकाता, 18 मार्च । झारखंड में एवियन फ्लू (एच5एन1) वायरस मिलने के बाद ममता सरकार ने पश्चिम बंगाल में कड़े प्रोटोकॉल लागू किए हैं।
सरकार ने झारखंड से मुर्गे के आयात पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने के लिए पश्चिम बंगाल-झारखंड सीमा पर विशेष जांच की जा रही है ताकि झारखंड से मुर्गा किसी भी जिले में न पहुंच सके। राज्य पशुपालन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि स्थिति गंभीर है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।
इसके साथ ही, पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश सीमा से सटे इलाकों में विशेष निगरानी की जा रही है। इन क्षेत्रों में जिला स्तरीय निगरानी टीमें बनाई गई हैं, जो स्थिति पर लगातार नजर रख रही हैं और अपनी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज रही हैं।
पशुपालन विभाग ने राज्य के सभी पोल्ट्री फर्मों को अपने यूनिट में जैव-सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है। यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित और औचक जांच की जा रही है कि पोल्ट्री फार्म इन प्रोटोकॉल का पालन कर रही हैं या नहीं।
संक्रमण फैलने की आशंका वाले केंद्रों की पहचान कर सख्त निगरानी शुरू कर दी गई है। साथ ही, जिलों में जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं ताकि लोगों को बर्ड फ्लू के खतरे से सचेत किया जा सके। हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे इस वायरस के संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं।