नई दिल्ली, 15 नवंबर। देश आज ‘धरती आबा’ भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर मनाए जाने वाले जनजातीय गौरव दिवस पर उन्हें कृतज्ञता के साथ याद कर रहा है। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सभी नागरिकों को बधाई दी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपने संदेश में कहा, ”मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार! जोहार! सभी देशवासियों को मैं ‘जनजातीय गौरव दिवस’ की बधाई देती हूं। हम सब, ‘धरती आबा’ भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के साल भर चलने वाले उत्सव का शुभारंभ कर रहे हैं। सभी देशवासियों की ओर से, मैं भगवान बिरसा मुंडा की पावन स्मृति को सादर नमन करती हूं। जनजातीय गौरव तथा संविधान के आदर्शों के प्रति देश में नई चेतना का संचार हो रहा है तथा इस चेतना को कार्यरूप दिया जा रहा है।”
उन्होंने कहा, ” यह भावना जनजातीय समाज सहित पूरे देश के उज्ज्वल भविष्य का आधार बनेगी। दो वर्ष पहले, झारखंड राज्य में स्थित भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में जाकर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने का सौभाग्य मुझे मिला था। पिछले वर्ष ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी उलिहातू जाकर भगवान बिरसा मुंडा का आशीर्वाद लिया। किसी प्रधानमंत्री की उलिहातू की वह पहली यात्रा थी। इससे जनजातीय समाज के लोगों को बहुत खुशी हुई। उसी दिन, झारखंड से ही ‘पीएम जनजाति आदिवासी न्याय महा-अभियान” का शुभारंभ किया गया।”
राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने बधाई संदेश में धरती बाबा के पूरे कृतित्व और व्यक्तित्व पर चर्चा करते हुए उनके संपूर्ण संघर्ष को याद करते हुए कहा-