लंदन, 12 जुलाई। ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ के लिए नवनिर्वाचित भारतीय मूल के सांसद महाराजा के प्रति अपनी
निष्ठा की शपथ लेने के लिए धार्मिक ग्रंथों पर हाथ रखकर शपथ ली। शैलेश वारा द्वारा स्पीकर लिंडसे होयल को ‘भगवद् गीता’ की एक नयी प्रति भेंट की गई। शैलेश वारा कंजर्वेटिव पार्टी के पूर्व सांसद है। जो पिछले सप्ताह के आम चुनाव में कैम्ब्रिजशर सीट से हार गए थे। ब्रिटिश
भारतीय सांसदों में ऋषि सुनक भी शामिल थे, जिन्होंने विपक्ष के नेता के रूप में शपथ ली। पहली बार सांसद बने भारतीय मूल के कनिष्क नारायण ने अपनी शपथ के लिये ‘गीता’ को अपने साथ लिए हुए थे। वह वेल ऑफ ग्लामोरगन सीट से लेबर पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते हैं।
लीसेस्टर से चुनाव जीतने वाली भारतीय मूल की शिवानी राजा ने भी ‘गीता’ पर हाथ रखकर शपथ ली। लंदन में हैरो ईस्ट का प्रतिनिधित्व
करने वाले प्रमुख कंजर्वेटिव नेता और ब्रिटिश हिंदुओं के लिए ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप (एपीपीजी) की अध्यक्षता कर चुके बॉब ब्लैकमैन ने अपने शपथ ग्रहण में ‘गीता’ और ‘किंग जेम्स बाइबल’ दोनों को साथ रखने का निर्णय लिया। कुछ ब्रिटिश सिख सांसदों जैसे तन ढेसी और पहली बार सांसद बने गुरिंदर सिंह जोसन, हरप्रीत उप्पल, सतवीर कौर और वरिंदर सिंह जस ने सिख धर्मग्रंथों की शपथ लेने का विकल्प चुना। प्रीत कौर गिल ने शपथ ग्रहण के दौरान कपड़े में लिपटा ‘सुंदर गुटका’ हाथ में थाम रखा था।