कोलकाता, 21 फरवरी। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को रोके जाने के बाद सिख आईपीएस अधिकारी जसप्रीत सिंह को कथित तौर पर खालिस्तानी कहने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पंजाब के अमृतसर के शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने इसे लेकर नाराजगी जताई है। समिति के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा है कि जिन नेताओं ने इस तरह की टिप्पणी की है उन्हें ध्यान रखना होगा कि इस देश की स्वाधीनता के लिए सबसे अधिक बलिदान सिखों ने किया है।
समिति ने कहा कि पश्चिम बंगाल के सिख आईपीएस अधिकारी जसप्रीत सिंह को जिस तरह से अपमानित किया गया है वह दुखद है। राज्य पुलिस ने भी इसका वीडियो पोस्ट कर दुख जाहिर किया है। हालांकि भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा है कि किसी ने किसी को खालिस्तानी नहीं कहा था। यह केवल मुद्दा बनाने की कोशिश है।