कोलकाता, 4 अक्टूबर। कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के खिलाफ दायर मामले की सुनवाई अगले सोमवार को कलकत्ता हाई कोर्ट में होगी। आरोप है कि विनीत गोयल ने आरजी कर अस्पताल की पीड़िता का नाम सार्वजनिक कर दिया था, जिसके खिलाफ एक वकील अनामिका पांडे ने कोर्ट में याचिका दायर की है।

हाई कोर्ट की डिविजन बेंच, जिसमें मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम और न्यायमूर्ति विभास पट्टनायक शामिल हैं, ने शुक्रवार को मामले की सुनवाई की तारीख की घोषणा की और राज्य सरकार के वकील को इस दौरान नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।

विनीत गोयल पर आरजी कर अस्पताल की उस महिला चिकित्सक का नाम उजागर करने का आरोप है जिसकी दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद वकील अनामिका पांडे ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की याचिका दाखिल की। इससे पहले हाई कोर्ट ने कहा था कि इस मामले से जुड़ा मुख्य केस सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, और यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट पर छोड़ दिया गया था।

पिछले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर मामले की सुनवाई हुई थी, जिसमें हस्तक्षेप न करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद, शुक्रवार को हाई कोर्ट में वकील महेश जेठमलानी ने तर्क दिया कि सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप न करने के कारण इस मामले की सुनवाई में कोई बाधा नहीं है और इसे जल्द से जल्द सुना जाए।

इससे पहले, जेठमलानी ने अदालत से अपील की थी कि मामला सुप्रीम कोर्ट को भेजा जाए और यह सवाल उठाया था कि एक उच्च पद पर रहते हुए विनीत गोयल ने पीड़िता का नाम कैसे सार्वजनिक किया। विनीत गोयल के वकील ने इस आरोप का विरोध करते हुए कहा कि विनीत को पहले ही स्थानांतरित कर दिया गया है और सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर अस्पताल से संबंधित मामला पहले से ही लंबित है, जिससे यह मामला अब महत्वहीन हो गया है।

हालांकि, अब कलकत्ता हाई कोर्ट में इस मामले की सुनवाई अगले सप्ताह होगी और सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि न्यायालय का निर्णय क्या आता है।