सड़क पर गड्ढे

हजारीबाग, 10 सितंबर। शिवाडीह गेट से सोनपुरा, महुदी, पलांडू होते हुए हेंदेगिर रेलवे स्टेशन जाने वाली मुख्य सड़क की हालत बदहाल हो चुकी है। जगह-जगह बने गड्ढों के कारण रेलवे स्टेशन तक पहुंचने में चार गुना अधिक समय लग रहा है। सड़क की जर्जरता से न केवल ग्रामीणों का दैनिक आवागमन प्रभावित हो रहा है, बल्कि बच्चों के स्कूल आने-जाने में भी भारी कठिनाई हो रही है।

उत्क्रमित मध्य विद्यालय शिवाडीह से लेकर उत्क्रमित मध्य विद्यालय पलांडू तक कई पुल और पुलिया जर्जर अवस्था में पहुंच गए हैं। शिवाडीह सोनपुरा नदी पर करोड़ों की लागत से बना पुल, महुदी सामुदायिक भवन के पास का पुलिया, राणा टोली महुदी के आगे ईंट भट्ठा के पास बने दो पुलिया तथा सतबहैया डेम से निकलने वाले नाला पर बना पुलिया कभी भी ध्वस्त हो सकते हैं।

ग्रामीणों का आरोप है कि योजनाएं अक्सर अपेक्षाकृत अच्छी सड़कों पर निकाली जाती हैं, जबकि खराब सड़कों को अनदेखा कर दिया जाता है।

सड़क और पुल-पुलियों के पुनर्निर्माण की मांग करने वालों में बड़कागांव मध्य जिला परिषद सदस्य सुनीता देवी, उप प्रमुख वचनदेव कुमार, कांडतरी पंचायत प्रभारी मुखिया राजदेव महतो, पंचायत समिति सदस्य रंजीत चौबे, तलसवार पंचायत मुखिया गीता देवी, पंचायत समिति सदस्य मेघा कुमारी, आंगो पंचायत मुखिया निलम मिंज, पंचायत समिति सदस्य संगीता कुमारी, पूर्व मुखिया पारसनाथ प्रसाद, समाजसेवी अजय नारायण प्रसाद दांगी, भवानी प्रसाद दांगी, राजनाथ कुमार दांगी, प्रदीप महतो, मोहित कुमार, प्रतिनिधि संजय महतो, महेंद्र मांझी, मिथिलेश कुमार, मुनेश्वर गांझू, सुरेंद्र महतो, तनवीर आलम, शंभू सोनी, मो. यूनुस, मो. आवेश, अहमद रजा, शमशेर आलम, खेमलाल राम, रविकांत महतो, महावीर गंझू, सुखदेव गंझू, हैवील लकड़ा, त्रिभुवन महतो, संतोष ठाकुर, शनिचर बिरहोर, गुलेश्वर कुमार, इसराइल अंसारी, अफतर अली, विजय महतो, जागेश्वर महतो, परण पांसी, फूलचंद राम, विजय पासवान, मखदुम आलम आदि शामिल हैं।

इनके साथ ही शिवाडीह, सोनपुरा, महुदी, सतबहिया, पलांडू, कंदरू, चेलंदाग, झिकझोर, लोहरसा, हेंदेगिर और आंगो सहित दर्जनों गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने एक स्वर में सड़क मरम्मत और पुल-पुलियों के पुनर्निर्माण की मांग उठाई है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो किसी बड़ी दुर्घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।