कूचबिहार, 20 मार्च । जिले के दिनहाटा घटना के विरोध में भाजपा ने बुधवार को कूचबिहार एसपी कार्यालय का घेराव किया। घेराव के चलते माहौल तनावपूर्ण हो गया।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार रात करीब नौ बजे केंद्रीय राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक और राज्य मंत्री उदयन गुहा के बीच आमने-सामने की भिड़ंत हो गई थी। दोनों दलों की हाथापाई में इलाका रणक्षेत्र बन गया था। घटना में दोनों पक्षों के कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान महकमा पुलिस अधिकारी धीमान मित्र का सिर फट गया। घटना के बाद उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने दिनहाटा महकमा में बुधवार को 24 घंटे के बंद का आह्वान किया। उधर, भाजपा ने जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के घेराव का आह्वान किया था।
भाजपा ने इसी घोषणा के तहत बुधवार को कूचबिहार जिला भाजपा पार्टी कार्यालय के सामने से एक विशाल रैली निकाली। यह रैली कूचबिहार की विभिन्न सड़कों की परिक्रमा करते हुए सागरदिघी इलाके में स्थित एसपी कर्यालय के सामने पहुंची। इधर, पुलिस ने रैली को रोकने के लिए एसपी कर्यालय से पहले बैरिकेडिंग लगा दी थी।
भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की, जिसे लेकर माहौल तनावपूर्ण हो गया। बाद में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल जिला पुलिस अधीक्षक से मिला और ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कूचबिहार जिला भाजपा अध्यक्ष और विधायक सुकुमार राय, विधायक मिहिर गोस्वामी और अन्य नेता उपस्थित थे।
पांडेश्वर के तृणमूल विधायक ने सरेआम बांटे रुपये, शुभेंदु अधिकारी ने की कार्रवाई की मांग
कोलकाता, 20 मार्च (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद पश्चिम बंगाल में धन बल का इस्तेमाल शुरू हो गया है। पांडेश्वर से तृणमूल कांग्रेस के विधायक नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती का एक वीडियो सामने आया है जिसमें मस्जिद के सामने वह लोगों के बीच सरेआम रुपये बांट रहे हैं। इसे लेकर बंगाल भाजपा के वरिष्ठ विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने चुनाव आयोग से शिकायत की है और कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने रुपये बांटने का वीडियो माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर भी डाला है। बुधवार को शेयर किए गए इस वीडियो के साथ उन्होंने चुनाव आयोग को टैग करते हुए लिखा है कि मैं चुनाव आयुक्त से आग्रह करता हूं कि कृपया पांडेश्वर से तृणमूल विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती द्वारा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का संज्ञान लें और सार्वजनिक रूप से नकदी वितरित करने के लिए उनके खिलाफ उचित कार्रवाई शुरू करें।