शिमला, 12 सितंबर। शिमला के उपनगर संजौली में विवादित मस्जिद को लेकर चल रहा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। संजौली में बुधवार को हुए उग्र प्रदर्शन के दाैरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के लाठीचार्ज से नाराज काराेबारी गुरुवार को शहर की सड़कों पर उतर पड़े। लाठीचार्ज से गुस्साए कारोबारियों ने गुरुवार काे अपनी दुकानें बंद रखीं।
दरअसल, संजौली में मस्जिद में अवैध निर्माण के खिलाफ हिंदू समाज के उग्र प्रदर्शन में कई कारोबारी भी शामिल ह़ुए थे। प्रदर्शनकारी काराेबारियाें पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस लाठीचार्ज में कुछ कारोबारी चोटिल हुए हैं। इससे शहर के कारोबारियों में भारी आक्रोश है। शिमला व्यापार मंडल के आहवान पर गुरुवार काे शहर के सभी मुख्य बाजारों को आधे दिन के लिए बंद रखा है। शिमला का चर्चित मॉल रोड, लोअर बाजार, राम बाजार, कुसुंपटी, पंथाघाटी और लक्कड़ बाजार की दुकानें सुबह से बंद हैं।
शिमला व्यापार मंडल के आहवान पर कारोबारियों ने गुरुवार को शेर-ए-पंजाब से लोअर बाजार होते हुए उपायुक्त कार्यालय तक रोष रैली निकाली। प्रदर्शन कर रहे कारोबारियों ने एसपी शिमला को बर्खास्त करने के नारे लगाए। कारोबारियों का कहना है कि प्रदर्शन कर रहे हिंदुओं पर लाठीचार्ज करना सही नहीं है।
संजौली बाजार लगातार दूसरे दिन बंद
विवादित मस्जिद की वजह से सुर्खियों में आया संजौली का पूरा बाजार लगातार दूसरे दिन बंद है। उपनगरों के व्यापार मंडलों ने भी लाठीचार्ज के खिलाफ दुकानें बंद रखी हैं। ढली, टुटू और बालूगंज उपनगरों में भी दुकानों पर ताले लटके हुए हैं।
शिमला व्यापार मंडल के प्रधान संजीव ठाकुर ने कहा कि संजौली में हिंदू समुदाय पर हुए लाठीचार्ज की घटना के विरोध में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक दुकानें बंद रखी गई हैं। उन्होंने कहा कि यह बंद केवल तीन घंटे के लिए है और इसके माध्यम से हम प्रशासन को अपनी आवाज़ पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि संजौली में हुए लाठीचार्ज में स्थानीय कारोबारी व भाजपा के शिमला शहरी क्षेत्र से विधानसभा प्रत्याशी संजय सूद भी घायल हुए हैं। इनके मुंह पर चोटें लगी हैं।
उन्होंने कहा कि संजय सूद समेत अन्य नेताओं पर लाठीचार्ज करना गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि बाहरी राज्यों से आए ऐसे लागों पर सख्ती की जाए, जो बिना पहचान बताए यहां अपना कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन को चेताया कि ऐसा नहीं किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।