ओंकार समाचार
रांची 22 अक्टूबर । लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर पूरे झारखंड में प्रशासनिक और सामाजिक स्तर पर तैयारियाँ जोरों पर हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में छठ घाटों की सफाई, सुरक्षा, यातायात व्यवस्था और रोशनी के विशेष इंतज़ाम किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन से लेकर स्वयंसेवी संगठन और आम नागरिक तक इस पवित्र पर्व को स्वच्छ और शांतिपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए जुटे हुए हैं।
रांची में यातायात व्यवस्था में बदलाव
राजधानी रांची में 27 और 28 अक्टूबर को छठ पर्व के मद्देनज़र यातायात में अस्थायी बदलाव किया गया है। यातायात पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह द्वारा जारी आदेश के अनुसार, इन दो दिनों के दौरान भारी एवं हल्के मालवाहक वाहनों का शहर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। शहर के कई मार्गों पर नो-एंट्री लागू रहेगी, जबकि छठ घाटों के आसपास 13 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा है।
जमशेदपुर में डेढ़ सौ घाटों की सफाई
जमशेदपुर नगर निगम ने शहर के 150 से अधिक छठ घाटों की सफाई युद्धस्तर पर शुरू कर दी है। स्वर्णरेखा और खरकई नदियों के तटों पर हजारों श्रद्धालु जुटेंगे। इस बार घाटों पर चेंजिंग रूम और सजावटी पेंटिंग्स भी लगाई जा रही हैं। सुरक्षा की दृष्टि से हर घाट पर गोताखोर और एनडीआरएफ की टीमें तैनात रहेंगी। नगर अपर आयुक्त कृष्ण कुमार ने लगातार घाटों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं।
हजारीबाग में डीसी और एसपी ने संभाला सफाई का मोर्चा
हजारीबाग में उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह और पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने स्वयं झाड़ू उठाकर छठ तालाब की सफाई कर एक अनूठी मिसाल पेश की। दोनों अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि स्वच्छता केवल पर्व तक सीमित न रहे, बल्कि इसे एक जन आंदोलन बनाया जाए। उपायुक्त ने तालाबों के संरक्षण, अवैध दुकानों को हटाने और प्लास्टिक उपयोग पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
धनबाद में बैरिकेडिंग और गोताखोरों की तैनाती
धनबाद में उपायुक्त आदित्य रंजन और एसएसपी प्रभात कुमार ने प्रमुख छठ घाटों का निरीक्षण किया। राजेंद्र सरोवर समेत सभी प्रमुख घाटों की सफाई, लाइटिंग और सुरक्षा का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। जिन तालाबों में पानी गहरा है, वहाँ बैरिकेडिंग की जाएगी तथा सभी घाटों पर एक्सपर्ट गोताखोरों की टीम तैनात रहेगी।
रामगढ़ में घाटों का निरीक्षण और सफाई अभियान
रामगढ़ जिले में अंचल अधिकारी रमेश रविदास और थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडे ने विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया। दामोदर नदी और बिजुलिया तालाब घाट पर सफाई, प्रकाश और सुरक्षा की तैयारी की जा रही है। मजदूरों को लगाकर तालाबों की सफाई की जा रही है और पानी की गुणवत्ता सुधारने के लिए दवाइयाँ डाली जा रही हैं।
लोहरदगा में पुलिस ने चलाया स्वच्छता अभियान
लोहरदगा में एसपी सादिक अनवर रिजवी के नेतृत्व में पुलिस बल ने स्वयं घाटों पर झाड़ू लगाकर सफाई की। उन्होंने कहा कि छठ न केवल आस्था का पर्व है, बल्कि स्वच्छता और अनुशासन का प्रतीक भी है। आने वाले दिनों में सभी घाटों पर महिला पुलिस, मेडिकल टीम और प्रकाश व्यवस्था की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
बोकारो में स्थायी छठ घाट निर्माण का निर्देश
बोकारो उपायुक्त अजय नाथ झा ने बेरमो के हिन्दुस्तान पुल और करगली फिल्टर घाट का निरीक्षण किया और अगले वर्ष से पहले स्थायी छठ घाट निर्माण का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि छठ पर्व लोक आस्था और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है, और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि श्रद्धालुओं को स्वच्छ, सुरक्षित और पवित्र वातावरण मिले।
राज्यभर में स्वच्छता और भक्ति का माहौल
कोयलांचल के नलकारी नदी छठ घाट से लेकर छोटे-छोटे गांवों तक, सफाई और सजावट का कार्य तेजी से चल रहा है। पंचायत प्रतिनिधि, छठ समितियाँ और स्थानीय प्रशासन एकजुट होकर तैयारी में जुटे हैं।
उल्लेखनीय है कि चार दिवसीय छठ महापर्व 25 अक्टूबर (शनिवार) से नहाय-खाय के साथ आरंभ होगा, 26 को खरना, 27 को संध्या अर्घ्य और 28 अक्टूबर को प्रातःकालीन अर्घ्य के साथ सम्पन्न होगा। प्रशासन ने सभी जिलों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वच्छता और रोशनी की विशेष व्यवस्था का भरोसा दिया है।
