गुवाहाटी, 29 जून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को “मन की बात” कार्यक्रम में एक बार फिर असम की चर्चा करते हुए खासतौर पर बोडोलैंड क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक बदलावों को रेखांकित किया। उन्होंने बोडोलैंड में आयोजित फुटबॉल प्रतियोगिता को ‘एकता और आशा का उत्सव’ बताया और युवाओं की ऊर्जा और आत्मविश्वास की तारीफ की।

प्रधानमंत्री ने कहा, “बोडोलैंड में सीईएम कप के ज़रिए आज फुटबॉल केवल एक खेल नहीं, बल्कि सामाजिक एकजुटता और उम्मीद का प्रतीक बन गया है। इस प्रतियोगिता में 3,700 से अधिक टीमों और करीब 70,000 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है। हर गोल, हर तालियों की गूंज एक नई ऊर्जा का संचार करती है। कल्पना कीजिए कि सूरज की किरणें पहाड़ों को छू रही हैं, मैदान में उत्साहित खिलाड़ी दौड़ रहे हैं और दर्शकगण उत्साह से नारे लगा रहे हैं, ये केवल खेल नहीं, बल्कि उम्मीदों का संगम है।”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “कभी हिंसा से जूझते इस क्षेत्र की पहचान अब खेल के ज़रिए बदल रही है। आज बोडोलैंड एक नई पहचान के साथ उभर रहा है। युवाओं में आत्मनिर्भरता का साहस है, आंखों में नए सपने हैं। फुटबॉल के ज़रिए कई प्रतिभाएं राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच रही हैं, जैसे होलीचरण नार्ज़ारी, दुर्गा बोड़ो, अपूर्व नार्ज़ारी और मनबीर बसुमतारी। कभी जहां संघर्ष था, अब वहां से प्रेरणा निकल रही है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन खिलाड़ियों में से कईयों ने सीमित संसाधनों के बावजूद कठिन मेहनत की, मुश्किल हालातों में अभ्यास किया और आज वे देशभर के युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि यदि हमें अपनी क्षमता को बढ़ाना है, तो सबसे पहले फिटनेस और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी होगी।