
छोड़ी 25 हजार मछलियां
पांच हजार पौधे बांटे
एक हजार घोसले वितरित
ओंकार समाचार
कोलकाता, 6 जून। विश्व पर्यावरण दिवस एवं गंगा दशहरा के उपलक्ष्य में गंगा मिशन की ओर से हुगली जिले के बांसबेडि़या में गंगा किनारे स्थित प्रकृतितीर्थ पार्क में गुरुवार एवं शुक्रवार को मीन मंगल उत्सव का आयोजन किया गया। दो दिवसीय इस उत्सव का समापन शुक्रवार शाम गंगा आरती के साथ हुआ।
कार्यक्रम के दौरान गंगामिशन की ओर से 25 हजार मछलियां गंगा में छोड़ी गई। पक्षियों के रहने के लिए एक हजार घोसले वितरित किए गए। इस अवसर पर पांच हजार पौधों का वितरण किया गया।
बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरुकता लाने के उद्देश्य से ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में बच्चों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर गंगा मिशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रह्लादरॉय गोयनका ने गंगा और पर्यावरण के महत्व पर प्रकाश डाला। गोयनका ने कहा कि गंगा हमारी संस्कृति का आधार है, यह हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ है। यह केवल नदी नहीं हमारी जीवन रेखा है। हमारे देश की 40 प्रतिशत आबादी गंगा पर निर्भर है। इसी लिए गंगा हमारी मां है। गंगा को प्रदूषण मुक्त करना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
गोयनका ने कहा कि गंगा को निर्मल बनाए रखने के लिए गंगा के आसपास के पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को, पूरे वातावरण को शुद्ध और स्वस्थ रखना जरूरी है। यह जरूरी है कि नदी में भरपूर मछलियां हो और आसमान में पक्षी भरपूर हो।
कार्यक्रम में गंगा मिशन के राष्ट्रीय सचिव प्रल्हाद रॉय गोयनका के अलावा पश्चिम बंगाल वन विभाग के अध्यक्ष तपन दासगुप्ता, चिनसुराह एसडीओ स्मिता सान्याल शुक्ला, बांसबेरिया नगर पालिका अध्यक्ष आदित्य नेगोई, त्रिवेणी रामानुज मठ के महाराज प्रभु रामानुज, हुगली गंगा मिशन के महासचिव इंद्रजीत दत्ता एवं गंगा मिशन हुगली के सचिव अमित घोष कार्यक्रम में मौजूद रहे।