नयी दिल्ली, 3 अक्टूबर! दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन जनों को आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने के संदेह में तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इन्हें दिल्ली, देहरादून, लखनऊ और कई अन्य स्थानों पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया।
लोगों में से एक झारखंड के हजारीबाग का मूल निवासी शाहनवाज आलम (31) उर्फ अब्दुल्ला है, जो इस वर्ष अगस्त में पुणे से फरार हो गया था। एनआईए ने उसकी गिरफ्तारी पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके अलावा लखनऊ निवासी मोहम्मद रिजवान अशरफ (28) और दिल्ली के जामिया नगर निवासी मोहम्मद अरशद वारसी (29) का शामिल किया गया है।
पुलिस ने बताया कि उसे यह सूचना मिली थी कि फरार शाहनवाज आलम, रिजवान नामक व्यक्ति के साथ घूम रहा है। वह अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहा है।
01 अक्टूबर को केंद्रीय खुफिया एजेंसी और संबंधित राज्यों की पुलिस ने दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में समन्वित छापेमारी की और उन्हें गिरफ्तार किया। पुलिस ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान वारसी ने खुलासा किया कि शाहनवाज आलम उसे जानता है और वह अन्य लोगों के साथ दिल्ली और आसपास के इलाकों में कुछ आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश में एक सहयोगी है।
मोहम्मद रिजवान अशरफ को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया और इसके बाद रविवार रात आरोपी वारसी की निशानदेही पर दिल्ली में छापेमारी कर शाहनवाज आलम को उसके किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया।
इस संबंध में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईपीसी की धारा 186/353/307 और 25/27 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत एक अलग मामला दर्ज किया है। पुलिस ने दावा किया कि आरोपी आलम के कमरे से आईईडी बनाने में उपयोग होने वाली समाग्री बरामद की गई, इसलिए, इस मामले में धारा 18/20 यूए (पी) अधिनियम और 4/5 विस्फोटक अधिनियम भी जोड़ दिया गया।