
नई दिल्ली, 13 अगस्त । नेटवर्क योजना समूह (एनपीजी) की 98वीं बैठक में रेलवे, सड़क, लॉजिस्टिक्स और वस्त्र क्षेत्र की 7 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का आकलन किया गया। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के संयुक्त सचिव (लॉजिस्टिक्स) पंकज कुमार ने इस बैठक की अध्यक्षता की।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि नेटवर्क योजना समूह (एनपीजी) ने अपनी 98वीं बैठक में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एक सड़क/राजमार्ग परियोजना, एक मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी), तीन रेल परियोजनाएं और पीएम मित्र योजना के तहत दो टेक्सटाइल पार्क सहित सात परियोजनाओं का आकलन किया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ये परियोजनाएं एकीकृत मल्टीमॉडल इंफ्रास्ट्रक्चर, आर्थिक एवं सामाजिक केंद्रों के लिए अंतिम-मील कनेक्टिविटी और इंटर-मॉडल समन्वय के प्रधानमंत्री गति शक्ति के सिद्धांतों के अनुरूप हैं।
मंत्रालय ने कहा कि एनपीजी की 98वीं बैठक से लॉजिस्टिक्स दक्षता में वृद्धि, यात्रा समय में कमी तथा विभिन्न क्षेत्रों को सामाजिक-आर्थिक लाभ मिलने की उम्मीद है। इन पहलों में रेल मंत्रालय की बख्तियारपुर और फतुहा (बिहार) के बीच तीसरी और चौथी लाइन, रेल मंत्रालय ने बिहार के पटना जिले में बख्तियारपुर और फतुहा के बीच 24.156 किलोमीटर लंबी तीसरी और चौथी रेल लाइन के निर्माण का प्रस्ताव रखा है।
इसके साथ ही तांबरम और चेंगलपट्टू (तमिलनाडु) के बीच चौथी लाइन, रेल मंत्रालय ने ताम्बरम और चेंगलपट्टू के बीच चौथी रेलवे लाइन का प्रस्ताव रखा है, जो दक्षिणी रेलवे के चेंगलपट्टू जिले में 30.021 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इसके अलवा डोंगरगढ़ और गोंदिया (छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र) के बीच चौथी लाइन है, इसमें रेल मंत्रालय ने डोंगरगढ़ और गोंदिया के बीच 84.10 किलोमीटर लंबी चौथी रेलवे लाइन प्रस्तावित की है।
इस परियोजना से खनन, कृषि और विनिर्माण क्षेत्रों को लाभ होगा, परिवहन लागत कम होगी और सड़क से रेल की ओर बदलाव को प्रोत्साहन मिलेगा। इन तीनों रेलवे परियोजनाओं के लिए नेटवर्क योजना समूह ने स्टेशन के बुनियादी ढांचे के उन्नयन, यात्री सुविधाओं, दिव्यांगजनों के लिए सुगम्यता तथा पार्किंग, प्रतीक्षालय और निकासी सड़क संपर्क सहित संबंधित सुविधाओं के विकास की सिफारिश की है।
मंत्रालय के मताबिक नेटवर्क योजना समूह (एनपीजी) की 98वीं बैठक में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की रीवा से चुरहट सुरंग और चुरहट से सीधी (मध्य प्रदेश) तक राष्ट्रीय राजमार्ग-39 का चौड़ीकरण, मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) हैदराबाद (तेलंगाना) और वस्त्र मंत्रालय के पीएम मित्र पार्क-मध्य प्रदेश और पीएम मित्र पार्क–तमिलनाडु को शामिल किया है। इन दोनों कपड़ा परियोजनाओं का उद्देश्य वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना, रोजगार सृजन करना, क्षेत्रीय विकास को सहायता देना और पीएम गतिशक्ति तथा मेक इन इंडिया के अनुरूप वैश्विक कपड़ा क्षेत्र में भारत की स्थिति को मजबूत करना है।