हावड़ा, 2 दिसंबर । बीरभूम में सात वर्षीय बच्चे के गंभीर रूप से जख़्मी होने के बाद मात्र एक महीने के भीतर हावड़ा में फिर बम फटने की घटना सामने आई है। मंगलवार दोपहर हावड़ा के बोधन मिस्त्री लेन (वार्ड 10) में खेलते समय एक 10 वर्षीय बच्चा बम विस्फोट में घायल हो गया। बच्चे को गंभीर स्थिति में हावड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, दोपहर में बच्चा अपने दोस्तों के साथ घर के सामने खेल रहा था। थोड़ी देर बाद उसकी मां ने तेज़ धमाके की आवाज़ सुनी। बाहर आकर उन्होंने देखा कि उनका बेटा खून से लथपथ जमीन पर गिरा है।
बच्चे के दाएं हाथ और दाईं आंख में गंभीर चोटें आई हैं। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि किसी उँगली के उड़ जाने की भी आशंका जताई जा रही है।
एक निवासी ने कहा, “हम घर में थे, अचानक बहुत ज़ोरदार आवाज़ हुई। यह सामान्य पटाखे जैसा नहीं था। सुना है बच्चे की एक उंगली उड़ गई।”
पुलिस ने घटनास्थल की जांच शुरू कर दी है। हावड़ा सिटी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “कुछ बच्चे खेल रहे थे। किसी पटाखेनुमा वस्तु में आग लगाने पर विस्फोट हुआ। बच्चा घायल हुआ है, चोटों की जांच की जा रही है।”
घटना के बाद राजनीतिक बयान भी सामने आए।
भाजपा काउंसिलर सजल घोष ने तीखा आरोप लगाते हुए कहा, “इस राज्य में आम लोगों की सुरक्षा ढूंढना बेवकूफ़ी है। पुलिस इसे पटाखा बताकर जिम्मेदारी से बच नहीं सकती।”
वहीं तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता तन्मय घोष ने कहा, “यह बहुत गंभीर मामला है। दोषियों को, चाहे वे किसी भी पार्टी से हों, कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने बीरभूम में 7 साल का बच्चा घर के सामने खेलते समय बम विस्फोट में गंभीर रूप से जख्मी हुआ था। उसके हाथ की उँगलियाँ तक उड़ गई थीं।
हावड़ा की यह नई घटना फिर से प्रशासन और पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है।
