
कोलकाता, 01 दिसंबर । राज्य में पुलिस भर्ती प्रक्रिया को लेकर एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सोमवार को आयोजित एक प्रेस सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “राज्य में भर्ती में अनियमितता आज सिद्ध सत्य है।”
अधिकारी ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित कॉन्स्टेबल परीक्षा में व्यापक अनियमितताऐं सामने आई हैं। उनके अनुसार, आउसग्राम से लेकर बसिरहाट तक प्रश्नपत्र बेचने की घटनाएं हुई हैं। विभिन्न समाचार माध्यमों में सिविक वॉलंटियर नियुक्ति में अनियमितताओं की रिपोर्टें भी प्रकाशित हुई हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि रविवार को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में ओएमआर शीट और उसकी कार्बन कॉपी—दोनों में ही क्रमांक नहीं थे। कार्बन कॉपी उम्मीदवारों को देने के बजाय बोर्ड अपने पास ले गया, जिससे परीक्षा की पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्न उठते हैं। अधिकारी ने कहा कि कार्बन कॉपी में क्रमांक न होना और उसे उम्मीदवारों को न देना प्रशासनिक अनियमितता को छिपाने की सोची-समझी चाल है।
नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि इस स्थिति में भर्ती बोर्ड मनमाने ढंग से किसी भी उम्मीदवार का नाम बदलकर उसे उत्तीर्ण घोषित कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से परीक्षा देने आए उम्मीदवार भी इस अव्यवस्था से चिंतित और आक्रोशित हैं, लेकिन सरकार मौन है।
अधिकारी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी शिक्षित बेरोजगार युवाओं को नौकरी देना नहीं चाहतीं, इसीलिए भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष हो ही नहीं सकती।
उन्होंने युवाओं के हित में नारा दिया— ममता को वोट नहीं।





