रांची, 23 जून । सामाजिक कार्यकर्ता सह आजसू के रांची महानगर वरीय उपाध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने कहा कि आजसू कार्यकर्ता अब जाग चुके है। बीते विधानसभा चुनाव के बाद कार्यकर्ताओं में जोश भरा जा रहा है।

जेएलकेएम विधायक जयराम महतो से आजसू को राजनीतिक खतरे संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि जेएलकेएम विधायक जयराम महतो कुछ दिन पहले चुनाव जीतने समय तक एक्शन मूड में थे, अब नहीं। जयराम महतो पहले काफी आक्रमक अंदाज से बात करते थे ताकि आमजनों के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़े। किसी पदाधिकारी को भी अरे सीओ, अरे बीडीओ, अरे दारोगा बोलने से परहेज नहीं करते थे। अब विधायक बन गए हैं तो ऐसी भाषा का उपयोग नहीं करते हैं।

लेकिन आमजन झारखंडवासी अब उनकी बातों को बखूबी समझने लगे है। क्योंकि कुछ दिन पहले ही विधायक जयराम महतो के विधानसभा क्षेत्र में एक प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) ने जिस तरह एक युवक को खुदकुशी करने के लिए प्रताड़ित किया। मजबूरी में युवक को खुदकुशी करना पड़ा। इससे साफ जाहिर होता है कि यदि जयराम महतो का बीडीओ पर जरा भी खौफ रहता तो बीडीओ का साहस ही नहीं था कि वह किसी युवक को खुदकुशी करने के लिए मजबूर कर दें। उन्होंने कहा कि आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो जैसे थे वैसे ही हैं। राजनीति में उतार चढ़ाव होना लाजिमी है। इसलिए यह कह देना कि आजसू पूरी तरह साफ हो जाएगा कहना गलत है। और यदि ऐसा है तो झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और उनके पीए का प्रकरण राज्य की जनता जानती है। तब कैसे झामुमो अकेला हो चुका था। लेकिन आज वहीं झामुमो की मजबूत स्थिति देखी जा सकती है। इसी तरह अब आजसू का उदय हो चुका है। नए जोश के साथ कार्यकर्ता सुदेश महतो के साथ खड़े हैं।