पलामू, 19 सितंबर । बाल सुधार गृह में शुक्रवार को एक किशोर की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी। किशोर दुष्कर्म और पोक्सो मामले में दो महीने 10 दिनों से बंद था। किशोर का शव बाथरूम से बरामद हुआ। किशोर को आठ जुलाई से यहां रखा गया था। उसे गढवा की रंका पुलिस ने निरूद्ध करके बाल सुधार गृह में भेजा था।

सूचना मिलने पर प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। न्यायालय की ओर से डीएलएसए के सचिव राकेश रंजन, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र चतुर्वेदी, प्रशासन की ओर से जिला सामाजिक सुरक्षा सहायक निदेशक नीरज कुमार, सीओ अमरदीप बल्होत्रा, प्रखंड विकास पदाधिकारी सह डीसीपीओ जागो महतो, शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर ज्योति लाल रजवार सहित अन्य अधिकारी बाल सुधार गृह पहुंचे और मामले की छानबीन शुरू कर दी।

उल्‍लेखनीय है कि फिलवक्त पलामू बाल सुधार गृह में पलामू, गढवा और लातेहार जिले से 35 बच्चे बंद हैं।

शुक्रवार को बाल सुधार गृह में बंद अन्य किशोरों ने देखा कि बाथरूम के अंदर एक लड़का मृत पड़ा है। इसकी जानकारी बाल सुधार गृह के कर्मियों के साथ साथ अधिकारियाें को दी गयी। बच्चे को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

जिले की एसपी रीष्मा रमेशन ने पत्रकारों को बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। बच्चे की मौत कैसे हुई, उसका पता लगाया जा रहा है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया।

बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र चतुर्वेदी ने कहा कि किशोर ने खुदकुशी की है। मामले की जानकारी मिलने पर अस्पताल गए थे। गढवा के मामले में जेल में बंद था, बाद में उसे जुवेनाइल घोषित किया गया और उसे बाल सुधार गृह भेजा गया था। मामला कस्टोडियन डेथ का है, इसलिए मजिस्ट्रेेट से जांच करायी जायेगी। शहर थाना में यूडी केस दर्ज करने का आदेश दिया गया है।

डीएलएसए के सचिव राजेश रंजन ने कहा कि जानकारी मिलने पर पूरे मामले को देखने के लिए मौके पर पहुंचे थे। मामले में जांच की जायेगी। बाल सुधार गृह में बंद अन्य बच्चों की काउंसलिंग की गयी है।