तोक्यो, 02 जनवरी। जापान ने सोमवार को पश्चिमी समुद्री क्षेत्र में भूकंप के तेज झटके महसूस किए जाने के बाद सुनामी को लेकर जारी अपनी चेतावनी के स्तर को घटा दिया है लेकिन तटीय इलाकों के निवासियों से कहा गया कि वे अपने घरों में ना लौटें क्योंकि घातक लहरें अब भी आ सकती हैं। वहीं रिएक्टर स्केल पर 7.6 तीव्रता वाले भूकंप के कई झटको के बाद लोगों में डर और भारी तबाही देखी गई। लोगों में भूकंप के बाद खौफ देखा गया।

जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने इशिकावा के समुद्र तटीय क्षेत्र और आसपास के प्रांतों में एक दर्जन से अधिक भूकंप आने की सूचना दी, जिनमें से सबसे अधिक 7.6 तीव्रता वाला भूकंप था। भूकंप के कारण जापान के मुख्य द्वीप होंशू के पश्चिमी तट पर आग लग गई और कई इमारतें ढह गईं। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि कितने लोग हताहत हुए होंगे।

सरकार के प्रवक्ता योशिमासा हयाशी ने कहा कि भूकंप से कम से कम छह घर क्षतिग्रस्त हो गए और लोग अंदर फंस गए। उन्होंने कहा कि इशिकावा प्रान्त के वाजिमा शहर में आग लगने से 30,000 से अधिक घरों की बिजली गुल हो गई।

एजेंसी ने प्रारंभ में इशिकावा के लिए बड़ी सुनामी चेतावनी तथा होंशु द्वीप के बाकी पश्चिमी तट एवं होक्कैडो के सुदूर उतरी क्षेत्र के लिए निम्न स्तरीय सुनामी चेतावनी या परामर्श जारी किया था।

कई घंटों बाद चेतावनी को नियमित सुनामी में बदल दिया गया, जिसका अर्थ है कि पानी अब तीन मीटर (10 फुट) तक पहुंच सकता है। इसमें कहा गया कि अगले कुछ दिनों में और झटके आ सकते हैं। इसे पहले जापान के सरकारी प्रसारणकर्ता ‘एनएचके टीवी’ ने चेतावनी दी थी कि समुद्र में पांच मीटर तक लहरें उठ सकती हैं।एनएचके टीवी के मुताबिक, आशंका है कि सुनामी की लहरें लौटती रहेंगी तथा प्रारंभिक अलर्ट के बाद चेतावनी जारी की जाती रही । इस क्षेत्र में कई बाद के झटके महसूस किये गये।

सरकार के प्रवक्ता योशिमासा हयाशी ने संवाददाताओं को बताया कि भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में स्थित परमाणु संयंत्रों को किसी तरह का नुकसान पहुंचने की सूचना नहीं है। उन्होंने तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों से जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील करते हुए कहा, ‘‘हर एक मिनट अहम है। कृपया तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।’’

एनएचके के मुताबिक, जापान के पश्चिमी तट पर निगाटा और अन्य क्षेत्रों में लगभग तीन मीटर ऊंची सुनामी आने की आशंका जताई गई। इसके अनुसार, समुद्र तट पर कम ऊंचाई की सुनामी लहरें पहले ही दर्ज की गई हैं।

एनएचके के मुताबिक, प्रभावित क्षेत्र में बुलेट ट्रेन का परिचालन रोक दिया गया है। इसके मुताबिक, राजमार्ग के कुछ हिस्सों को बंद कर दिया गया है और कई जगह पानी की पाइपलाइन टूट जाने की सूचना है।

मीडिया की खबर के मुताबिक, भूकंप के कारण कई जगह चौड़ी दरारें पड़ गईं। मौसम विज्ञान एजेंसी ने प्रेसवार्ता में कहा कि अगले सप्ताह, खासकर अगले दो या तीन दिनों में इस क्षेत्र में और बड़े भूकंप आ सकते हैं।

जापान के उत्तरी हिस्से में स्थित होकाइदो द्वीप के अलावा उत्तर कोरिया और रूस के कुछ हिस्सों में समुद्र में एक मीटर ऊंची लहरे उठने की चेतावनी जारी की गई है। रूस के अधिकारियों ने सखालिन द्वीप के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है।

वहीं, दक्षिण कोरिया में मौसम एजेंसी ने कुछ पूर्वी तटीय शहरों के निवासियों से समुद्र के स्तर में संभावित बदलावों पर नजर रखने का आग्रह किया है।

प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार ने भूकंप और सुनामी के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए एक विशेष आपातकालीन केंद्र स्थापित किया है।