जम्मू, 23 जून । पहलगाम आतंकवादी हमले के दो मददगारों को पांच दिन के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के हवाले कर दिया गया है।इन्हें सोमवार को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रितेश कुमार दुबे की अदालत में पेश करके एनआईए पांच दिन का  रिमांड मांगा था ,  कोर्ट ने रिमांड मंजूर कर लिया ।  इन्हें पाकिस्तानी आतंकवादियों को पनाह देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

एनआईए ने पहलगाम के बटकोट से परवेज अहमद जोथर और पहलगाम के हिल पार्क से बशीर अहमद जोथर को रविवार को गिरफ्तार किया था।पहलगाम के बैसरन में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे और 16 अन्य घायल हो गए थे। एनआईए के अनुसार गिरफ्तार आरोपितों ने हमले में शामिल तीन सशस्त्र आतंकवादियों की पहचान का खुलासा किया है और यह भी पुष्टि की है कि वह प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े पाकिस्तानी नागरिक थे।

एनआईए की जांच के अनुसार जम्मू के ट्रैवल गाइड परवेज और बशीर ने हमले से पहले हिल पार्क में एक मौसमी ढोक (झोपड़ी) में तीन हथियारबंद आतंकवादियों को जानबूझकर शरण दी थी। एजेंसी ने कहा कि दोनों लोगों ने आतंकवादियों को भोजन, आश्रय और रसद सहायता प्रदान की थी, जिन्होंने 22 अप्रैल को पर्यटकों को उनकी धार्मिक पहचान के आधार पर चुन-चुन कर मार डाला, जिससे यह अब तक का सबसे भीषण आतंकवादी हमला बन गया।

एनआईए ने दोनों आरोपितों को जम्मू के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रितेश कुमार दुबे की अदालत में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 27 जून तक पांच दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया।