रामगढ़, 21 जून । रामगढ़ के व्यापारी रविंद्र साहू को ठगने वाले गिरोह ने बहुत होशियारी से रुपये मंगवाए थे। सात अलग-अलग अकाउंट में अनिकेत वर्मा, आकाश कुमार, सनी रवानी, नंदिनी कुमारी, सूरज कुमार साहू, कोमल कुमारी और एक अज्ञात व्यक्ति के खाते में रकम भेजी गई थी। सिर्फ मार्च महीने में रविंद्र साहू ने इन ठगों को 80 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए थे। इसके बाद भी उन्हें ठगोंं से राहत नहीं मिल रही थी। उन लोगों ने दोबारा एक करोड रुपए की मांग की। रामगढ़ थाने में जब प्राथमिकी दर्ज हुई तब उन ठगों के बारे में पुलिस ने तफ्तीश शुरू की। सबसे पहले उन सभी अकाउंट को फ्रीज किया गया, जिसमें रुपये भेजे गए थे। लेकिन पुलिस को जानकर हैरानी हुई कि सभी खाते खाली हो चुके थे। किसी में 150 रुपए तो किसी में हजार रुपये वर्तमान स्थिति में मौजूद थे। अधिक रकम जिस खाते में था, उसमे मात्र 13 हजार रुपये थे।

खाते से निकाल कर 6 लाख का हुआ फिक्स डिपॉजिट

पुलिस ने छानबीन के दौरान यह पता लगाने की कोशिश की कि उन पैसों से क्या-क्या हुआ है। सबसे पहले बैंक के फिक्स डिपाजिट के बारे में पता चला। खाते से निकलकर 6 लाख रुपए का फिक्स डिपॉजिट किया गया था। उस डिपॉजिट को भी पुलिस ने फ्रीज कर दिया है। पुलिस अब उस खर्च के बारे में पता लग रही है, जो ठगों ने मार्च महीने के बाद किए हैं। रविंद्र साहू ने पुलिस को बताया था की ठगी की रकम से गाड़ी खरीदी गई है। अस्पताल में इन्वेस्ट किया गया है। यहां तक कि महंगे मोबाइल और जेवर भी खरीदे गए हैं।

ठगों की जब्त हो सकती है संपत्ति

पुलिस उन सभी स्थानों पर जाकर खरीदे गए सामानों का डिटेल निकाल रही है। ठगी के पैसों की रिकवरी के लिए उन सारे सामानों को जब्त करने की प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी। पुलिस गाड़ी, जेवर, एप्पल के महंगे फोन और अस्पताल में इन्वेस्ट किए गए सामानों की सूची बना रही है।