
कोलकाता, 13 जून
इस वर्ष पहली बार पश्चिम बंगाल के समुद्र तटीय पर्यटन स्थल दीघा में भव्य रथयात्रा का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें आम श्रद्धालु भी रथ की रस्सी खींचने का सौभाग्य प्राप्त कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार शाम को नवान्न में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में इसकी पूरी तैयारी का जायजा लिया और स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी श्रद्धालु को वंचित न किया जाए।
राज्य सचिवालय के एक अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि स्थित जगन्नाथ मंदिर से लेकर ‘मासी का घर’ तक लगभग एक किलोमीटर लंबे मार्ग के दोनों किनारों पर रथ की रस्सी बांधी जाएगी, ताकि बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालु रथ खींचने में भागीदारी कर सकें। यह व्यवस्था पहली बार की जा रही है।
मुख्यमंत्री 25 जून की शाम को दीघा पहुंचेंगी। अगले दिन यानी 27 जून को वे रथयात्रा के शुभारंभ से पहले स्वयं ‘सोना के झाड़ू’ से रास्ता साफ करेंगी और फिर रस्सी खींचकर यात्रा की शुरुआत करेंगी। इस मौके पर इस्कॉन, पश्चिम बंग राज्य सनातन ब्राह्मण ट्रस्ट और मंदिर समिति के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे।
प्रशासन को अनुमान है कि इस ऐतिहासिक रथयात्रा में लगभग 2.5 लाख लोगों की भीड़ उमड़ सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने २६ जून से ही विशेष यातायात नियंत्रण, व्यापक पुलिस तैनाती और निगरानी की योजना बनाई है। मुख्य सचिव, गृह सचिव और पुलिस के शीर्ष अधिकारियों को निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है।
मुख्यमंत्री ने दीघा में अचानक बढ़ा दी गई होटल दरों पर नाराज़गी जाहिर की है। उन्होंने पर्यटन विभाग और पुलिस अधिकारियों को मिलकर इस समस्या का हल निकालने का निर्देश दिया है। रथयात्रा को देखते हुए लगभग सभी होटल पहले ही बुक हो चुके हैं। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से कुछ ‘हंगर प्वाइंट’ भी बनाए जाएंगे, ताकि भीड़ के बीच राहत मिल सके।
पूरे दीघा में ‘मे आई हेल्प यू’ कैंप लगाए जाएंगे। साथ ही मेडिकल कैंप, जलसत्र, नि:शुल्क प्रसाद वितरण और खाने की भी व्यवस्था की जा रही है। इस मौके पर विशेष ‘भोग’ का भी आयोजन होगा।
चूंकि आयोजन के दौरान बारिश की संभावना है, इसलिए मुख्यमंत्री ने विशेष आपदा प्रबंधन की तैयारी का भी निर्देश दिया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की विशेष टीमों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है।
रथयात्रा के समय मुख्यमंत्री के साथ राज्य सरकार के मंत्री अरूप विश्वास, चंद्रिमा भट्टाचार्य, पुलक रॉय, सुजीत बसु और स्नेहाशीष चक्रवर्ती को भी विशेष जिम्मेदारियों के साथ दीघा भेजा जाएगा।