
पूर्वी सिंहभूम, 4 जून । समाहरणालय सभागार में बुधवार को पूर्वी सिंहभूम जिला के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में आकांक्षी प्रखंड मुसाबनी में संचालित विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान सहित जिला स्तर के संबंधित विभागीय अधिकारी, बीडीओ, सीओ, एमओआईसी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में स्वास्थ्य, कृषि, समाज कल्याण, मत्स्य, बागवानी, सहकारिता, पेयजल एवं स्वच्छता सहित विभिन्न विभागों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई और आगामी कार्ययोजना पर चर्चा हुई। उपायुक्त ने सभी अधिकारियों को कड़ा निर्देश देते हुए कहा कि फेक रिपोर्टिंग किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगी क्योंकि इससे विकास के सभी मानकों में सुधार की संभावना समाप्त हो जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि रिपोर्टिंग केवल वास्तविक स्थिति पर आधारित होनी चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए कि सरकारी संसाधनों का प्रभावी उपयोग करते हुए संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जाए और होम डिलीवरी को हतोत्साहित किया जाए। इसके अलावा, प्रत्येक पंचायत में कम से कम एक ममता वाहन टैग करने का आदेश भी दिया गया। आंगनबाड़ी केंद्रों पर वीएचएसएनडी कमिटी गठित कर गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य की निगरानी और सुपोषण को बढ़ावा देने के निर्देश भी दिए गए।
शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने सख्त हिदायत दी कि स्कूल समय के दौरान शिक्षक किसी भी गैर-शैक्षणिक कार्यों में शामिल न हों और वे फाइल लेकर जिला शिक्षा कार्यालय न आएं। डीएसई और डीईओ को भी निर्देशित किया गया कि वे शिक्षकों को नॉन-एकेडमिक रिपोर्टिंग में न लगाएं और स्कूल के दौरान किसी भी प्रकार की गुरू गोष्ठी आयोजित न की जाए। मुसाबनी प्रखंड से इंटरमीडिएट परीक्षा में असफल 43 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंटल परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से कराई जाए। साथ ही, जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में नल जल सुविधा की उपलब्धता का सर्वेक्षण कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी आदेश दिया गया।
समाज कल्याण विभाग को सेविका और सहायिकाओं का प्रशिक्षण सुनिश्चित करने, पोषण ट्रैकर एप पर सटीक और समयबद्ध रिपोर्टिंग करने तथा लाभुकों की उचित देखभाल करने के निर्देश दिए गए। ओडीएफ प्लस अभियान के तहत खुले में शौच से मुक्ति की दिशा में शत-प्रतिशत प्रगति सुनिश्चित करने के लिए कार्यपालक अभियंता को भी निर्देशित किया गया।
अंत में, उपायुक्त ने सभी विभागीय पदाधिकारियों को मुसाबनी प्रखंड के लिए स्वास्थ्य, कृषि, समाज कल्याण, मत्स्य, बागवानी, सहकारिता, पेयजल एवं स्वच्छता जैसे क्षेत्रों में विशेष कार्ययोजना तैयार कर अगली बैठक में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन ही प्रखंड की रैंकिंग सुधार सकता है और इसके लिए सभी को टीम भावना के साथ काम करना होगा।