नयी दिल्ली, 30 नवम्बर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को कहा कि शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए देश की सीमाओं और उसकी आंतरिक सुरक्षा बहुत आवश्यक है।
श्रीमती मुर्मू ने पुणे के खड़कवासला में गुरुवार को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के 145वें कोर्स की दीक्षांत परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने सेना की 5वीं बटालियन के भवन की आधारशिला भी रखी।
राष्ट्रपति ने इस मौके पर कहा, “ शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए देश की सीमाओं और उसकी आंतरिक सुरक्षा बहुत आवश्यक है। हम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की परंपरा का पालन करते हैं, लेकिन हमारी सेनाएं उन बाहरी या आंतरिक ताकतों का सामना करने में पूरी तरह से सक्षम और तैयार हैं जो देश की एकता और अखंडता की भावना को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करती हैं।”
राष्ट्रपति ने कहा कि एनडीए नेतृत्व का एक ऐसा उद्गम स्थल है जिसने महान योद्धाओं को जन्म दिया है। यह अकादमी देश के सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण संस्थानों में भी विशिष्ट स्थान रखती है और इसकी सशस्त्र बलों के लिए देश के एक मजबूत स्तंभ के रूप में मान्यता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एनडीए से प्राप्त प्रशिक्षण और जीवन मूल्य कैडेटों को अपने जीवन में आगे बढ़ने में हमेशा सहायता प्रदान करते हैं। उन्होंने कैडेटों को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए नई प्रौद्योगिकियों को सीखकर और उन्हें अपनाकर आगे बढ़ने की सलाह दी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे सशस्त्र सेवाओं के मूल्यों को आगे बढ़ाते हुए पूरे साहस और बहादुरी के साथ हर चुनौती का सामना करेंगे।
राष्ट्रपति एनडीए की पासिंग आउट परेड के मार्चिंग दस्ते में महिला कैडेटों की पहली बार भागीदारी देखकर बहुत प्रसन्न हुई। उन्होंने कहा कि आज का यह दिन सच्चे अर्थों में ऐतिहासिक है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी महिला कैडेट भविष्य में देश और एनडीए को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।