नई दिल्ली, 15 मार्च । पद्म पुरस्कारों के लिए शनिवार से नामांकन शुरू हो गए हैं। गणतंत्र दिवस 2026 पर घोषित किए जाने वाले ये पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों और विशिष्ट सेवा को मान्यता देते हैं।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि गणतंत्र दिवस-2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार के लिए नामांकन व सिफारिशें 15 मार्च से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 31 जुलाई है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन एवं सिफारिशें केवल राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल (https://awards.gov.in) पर ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी।

भारत रत्न के बाद पद्म पुरस्कार, अर्थात्- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में शामिल हैं। 1954 में स्थापित इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। यह पुरस्कार विशिष्ट कार्य को मान्यता देने का प्रयास करता है और कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, सार्वजनिक मामले, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों व विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों व सेवा के लिए दिया जाता है। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। डॉक्टर और वैज्ञानिकों को छोड़कर, सार्वजनिक उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी पद्म पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं।

बयान में कहा गया है कि सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे स्वयं नामांकन सहित नामांकन व सिफारिशें करें। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में मान्यता के योग्य हैं और जो समाज के लिए निःस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। नामांकन व सिफारिशों में उपर्युक्त पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में उद्धरण (अधिकतम 800 शब्द) भी शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की उसके संबंधित क्षेत्र व विषय में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों व सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख हो।