भोजन, आवास और चिकित्सा सेवा में जुटे गंगा मिशन के सेवादार
अब तक एक लाख से अधिक ने उठाया लाभ
ओंकार समाचार
कोलकाता, 30 जनवरी। गंगा, यमुना और सरस्वती के महासंगम प्रयागराज में चल रहे इस सदी के सबसे बड़े महाकुम्भ मेले में गंगा मिशन भी सेवा के लिए समर्पित है। तीर्थ यात्रियों को भोजन और चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाने में गंगा मिशन के कार्यकर्ता चौबीसों घंटे तत्पर हैं। अब तक शिविर में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं को भोजन सेवा व चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जा चुकी है।
गंगा मिशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रहलाद राय गोयनका ने बताया कि महाकुंभ हमारे सनातन के मंत्र वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को साकार करता है। गंगा मिशन ने इसी मंत्र को शिरोधार्य करते हुए नर सेवा—नारायण सेवा की भावना से महाकुंभ में सेवा शिविर का आयोजन किया है। शिविर का उद्देश्य गंगा के प्रति लोगों में संवेदनशीलता और जागरूकता पैदा करना भी है। शिविर में आने वाले लोगों को गंगा के प्रति संवेदनशील होने, प्रदूषण न फैलाने तथा पर्यावरण के संरक्षण का संदेश भी दिया जा रहा है।
गंगा मिशन ये सेवाकार्य रामानंद मार्ग डी ब्लॉक सेक्टर-5 में लगाए गए भारत सेवाश्रम संघ के शिविर में उपलब्ध करवा रहा है। गंगा मिशन की ओर से शिविर में एम्बुलेंस,, व्हील चेयर, स्ट्रेचर की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न जांचों के लिए पैथोलॉजी लैब स्थापित की गई है। ईसीजी, ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर जांच की सुविधा भी शिविर में उपलब्ध है। शिविर में मरीजों की फिजियोथैरेपी भी दी जा रही है। शिविर में आने वाले मरीजों को दवाएं नि:शुल्क प्रदान की जा रही है। श्रद्धालुओं को चौबीसों घंटे स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए मिशन की ओर से शिविर में दो डाक्टर और नर्स की व्यवस्था की गई है।
शिविर की आवास क्षमता 1000 से 1500 श्रद्धालुओं तक है और अब तक हजारों श्रद्धालु इस शिविर में लाभ उठा चुके हैं।
गंगा मिशन के प्रतिनिधि अनूप चौधरी ने बताया कि गंगा मिशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रहलाद राय गोयनका की प्रेरणा से आयोजित इस शिविर में चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ सहित 50 से अधिक कार्यकर्ता सेवाएं दे रहे हैं।
अब तक 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने चिकित्सा सेवा का लाभ उठाया। करीब एक लाख से अधिक ने ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर का गया है। इनके अतिरिक्त प्रतिदिन खिचड़ी व हलवा भी बांटा जा रहा है। अब तक 80 हजार से अधिक को खिचड़ी व 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को हलवा बांटा गया है। उन्होंने बताया कि चिकित्सा शिविर में सर्दी, खांसी, पांव में चोट, मोच व दर्द के मरीज ज्यादा आ रहे हैं।
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करने के लिए यह शिविर 26 फरवरी, महाकुंभ के समापन तक जारी रहेगा। इसमें न केवल रहने और खाने की उत्तम व्यवस्था की गई है, बल्कि किसी भी आकस्मिक स्वास्थ्य समस्या के समाधान के लिए चिकित्सा सेवाएं भी 24 घंटे उपलब्ध हैं।
गंगा मिशन और भारत सेवा आश्रम संघ के इस प्रयास को श्रद्धालुओं से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। इस शिविर का उद्देश्य न केवल धर्मप्रेमी जनता को सुविधाजनक सेवाएं उपलब्ध कराना है, बल्कि महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में सेवा और समर्पण की भावना को बल देना भी है।