नई दिल्ली, 13 नवंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदिवासी आदिवासियों को सशक्त बनाने की अपनी सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों का विस्तार करते हुए बुधवार को जनजातीय गौरव दिवस पर ‘बहुत कमजोर जनजातीय समूहों के विकास के लिए 24,000 करोड़ रुपये का प्रधानमंत्री मिशन’ (पीएम पीवीटीजी) शुरू करेंगे। ज्ञातव्य है कि आदिवासी समाज के आराध्य भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती भी 15 नवम्बर को है। इसी दिन को पीएम मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है।
इस मिशन से 220 जिलों के दुर्गम इलाकों के 22,500 से अधिक गावों के निपट गरीबी में रह रहे जनजातीय समुदायों के 28 लाख से अधिक लोगों का सामाजिक आर्थिक और उत्थान करने का लक्ष्य है। इसमें नौ मंत्रालयों को लगाया जा रहा है।
इस मिशन के प्रस्ताव को इस वित्त वर्ष के बजट में पहले ही रखा जा चुका है। मोदी सरकार ने 2021 में जनजातीय नायक बिरसा मुंडा के जन्म दिवस 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी।
सूत्रों ने कहा कि पीवीटीजी में अधिक वंचित और दुर्बल जनजातीय समूहों के कल्याण पर विशेष ध्यान केंद्रित होगा। उन्होंने बताया कि आजादी के बाद अपनी तरह की पहली 24,000 करोड़ की पीवीटीजी योजना अति दुर्बल जनजातीय समूहों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए है।
उल्लेखनीय है कि 2023-24 के बजट में,बहुत कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार के लिए प्रधान मंत्री पीवीटीजी विकास मिशन शुरू करने की घोषणा की गई थी। सरकारी सूचनाओं के अनुसार 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 220 जिलों में फैले 22544 गावों में रह रहे ऐसे 75 बहुत कमजोर जनजातीय समुदायों की कुल आबादी 28 लाख है। ये समुदाय बिखरे हैं और दूरस्थ और दुर्गम बस्तियों में रहते हैं।
इनके गावों और बस्तियों और परिवारों को सड़क और दूरसंचार, बिजली, सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता, बेहतर पहुंच जैसी बुनियादी सुविधाओं से पूरी तरह से जोड़ने के लिए यह पीएम पीवीटीजी मिशन योजना बनाई गई है। इसमें समुदायों के लोगों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण तथा स्थायी आजीविका के अवसर का भी ध्यान रखा जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि यह मिशन को नौ मंत्रालयों के बीच पूरे तालमेल से चलाया जाएगा और इसमें लक्षित समूहों की हर इकाई के उत्थान के लिए 11 लक्ष्यित हस्तक्षेप किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि इसके लिए इन मंत्रालयों की योजनाओं के मानदंडों में कुछ ढील भी दी जाएगी। इसमें ग्रामीण सड़कों के बनाने के लिए पीएमजीएसवाई, आवास योजना (पीएमजीएवाई), जल जीवन मिशन आदि के तहत इन दूरस्थ बस्तियों को लाभ पहुंचाने के योजना-मानकों में ढील जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं।
इस मिशन का एक बड़ा लक्ष्य यह भी है कि इन बहुत कमजोर जन जातीय समुदायों के हर परिवार को जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई), सिकल सेल रोग उन्मूलन, टीबी उन्मूलन, शत-प्रतिशत टीकाकरण, पीएम सुरक्षित मातृत्व योजना, पीएम मातृ वंदना योजना, पीएम पोषण, पीएम जनधन जैसी योजनाओं के लाभ से पूर्णत: संतृप्त किया जा सके।