कोलकाता, 11 दिसंबर । ऑनलाइन ठगी से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार रात से पश्चिम बंगाल के तीन अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी शुरू की। यह कार्रवाई बुधवार को भी जारी रही। ईडी ने पूर्व बर्दवान जिले के लश्करदिघी में रहने वाले हसन अली के घर पर छापा मारा। हसन अली पेशे से दर्जी हैं, लेकिन जांच अधिकारियों को उनके बैंक खाते में फर्जी लेन-देन का सुराग मिला है।

सूत्रों के अनुसार, हसन अली हाल ही में किसी सिलाई के काम के लिए कतर गए थे। इस दौरान उनके खाते में बड़ी रकम जमा हुई और कुछ ही समय बाद निकाल ली गई। इसके अलावा, उनके बेटे के खाते में भी फर्जी लेन-देन के सबूत मिले हैं। ईडी अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हसन अली का कतर दौरा वास्तव में किस उद्देश्य से हुआ और क्या वह किसी ऑनलाइन ठगी गिरोह से जुड़े हुए हैं।

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भांगड़ में साइबर कैफे मालिक के घर छापेमारी

दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में ईडी की टीम ने साइबर कैफे के मालिक जलिल मोल्ला के घर पर छापेमारी की। मोल्ला के साइबर कैफे से बड़े पैमाने पर ठगी का रैकेट चलने की आशंका है। ईडी ने मोल्ला से पूछताछ की और उनके कैफे से हार्ड डिस्क और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं।

ईडी ने कोलकाता के उत्तरी इलाके कैखाली में एक अन्य साइबर कैफे पर भी छापेमारी की। यह पता चला है कि इस साइबर कैफे के मालिक का जलिल मोल्ला से संपर्क था।

ईडी अब यह पता लगाने में जुटी है कि इन तीनों स्थानों के बीच क्या संबंध है और ठगी का यह रैकेट कैसे संचालित हो रहा था। इस मामले में और भी गिरफ्तारियां होने की संभावना है।

प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई से राज्य में ऑनलाइन ठगी गिरोह के खिलाफ सख्ती का संकेत मिला है।