वाराणसी, 14 जुलाई। वाराणसी नगर निगम ने सड़कों और गंगा के घाटों पर फैंके गए पुराने कपड़ों के निस्तारण के लिए नगरनिगम ने एक ऐसी योजना बनाई है जिससे पॉलीथिन की थैलियों के इस्तेमाल में कमी आएगी और दर्जनों महिलाओं को आत्मनिर्भ बनने में मदद मिलेगी।
नगर निगम की पहल पर स्वयंसेवी महिलाओं की टीम सड़क और घाट पर फेंके गए पुराने कपड़ो से हैंड बैग बना रही हैं। ये हैंड बैग्स नगर निगम की ओर से घाटों पर मुफ्त में बांटे जा रहे हैं ताकि लोग प्लास्टिक के थैलियों की जगह कपड़ो से बने हैंड बैग्स का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करें।
वाराणसी के नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि अक्सर महिलाएं साड़ी या अपने पहने हुए वस्त्र गंगा मैया को अर्पित करने के लिए गंगाघाट पर ही छोड़ देती है। वर्मा ने बताया कि नगर निगम के लिए इन कपड़ों का निस्तारण करना कठिन होता था।
इनके निस्तारण के लिए ही अब इन कपड़ो से झोले तैयार कराए जा रहे हैं और उन्हें घाटों के अलावा दूसरे सार्वजनिक स्थानों पर बंटवाया जा रहा है। इस झोले के इस्तेमाल से पर्यावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा और घाटों पर फेंके गए कपड़े का प्रयोग भी हो जाएगा।
आत्म निर्भर हो रही महिलाएं
वर्मा ने बताया कि दर्जनों महिलाएं पुराने कपड़ों से हैंडबैग्स बनाने में जुटी हैं, वे हर दिन सैकड़ों हैंड बैग तैयार कर रही है। इससे उन्हें अच्छी खासी कमाई भी हो रही है।