जोधपुर, 5 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को जोधपुर में लगभग पांच हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में मोदी ने वीर दुर्गादास राठौड़ की इस वीर भूमि को नमन करते हुए कहा “आज मारवाड़ की पवित्र धरती जोधपुर में कई बड़े विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। गत नौ वर्षों में हमने राजस्थान के विकास के लिए जो निरंतर प्रयास किए हैं, उनके परिणाम आज हम सब अनुभव कर रहे हैं, देख रहे हैं।”
उन्होंने इन विकास कार्यों के लिए जनता को बधाई देते हुए कहा कि राजस्थान वो राज्य है, जहां प्राचीन भारत के गौरव के दर्शन होते हैं। जिसमें भारत के शौर्य, समृद्धि और संस्कृति झलकती है। कुछ समय पहले जोधपुर में जी-20 की जो बैठक हुई, उसकी तारीफ दुनियाभर के मेहमानों ने की। चाहे हमारे देश के लोग हों, या विदेशी पर्यटक हों, हर किसी की इच्छा होती है कि वो एक बार सूर्य नगरी जोधपुर देखने के लिए जरूर आए। हर कोई रेतीले धोरों को, मेहरानगढ़ और जसवंत थड़ा को जरूर देखना चाहता है, यहाँ के हैंडीक्राफ़्ट को लेकर लोगों में बहुत उत्कंठा रहती है। इसलिए, ये जरूरी है कि भारत के गौरवशाली अतीत का प्रतिनिधित्व करने वाला राजस्थान, भारत के भविष्य का भी प्रतिनिधित्व करे। ये तभी होगा, जब मेवाड़ से लेकर मारवाड़ तक, पूरा राजस्थान विकास की बुलंदियों को छूए, यहाँ आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो।
उन्होंने कहा कि बीकानेर से बाड़मेर होते हुये जामनगर तक जाने वाला एक्सप्रेसवे कॉरिडोर, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, राजस्थान में आधुनिक और हाइटेक इनफ्रास्ट्रक्चर का उदाहरण है। भारत सरकार, आज राजस्थान में हर दिशा में, चहुं दिशा में रेल और रोड समेत हर क्षेत्र में तेज गति से काम कर रही है। इसी साल रेलवे के विकास के लिए करीब साढ़े नौ हजार करोड़ रुपए का बजट राजस्थान को दिया गया है। यह बजट पिछली सरकार के सालाना औसत बजट से करीब 14 गुना ज्यादा है। और ये कोई मैं पॉलिटिकल स्टेटमेंट नहीं दे रहा हूँ, फैक्चुअल जानकारी दे रहा हूँ, वरना मीडिया वाले लिखेंगे, मोदी का बड़ा हमला। आज़ादी के बाद के इतने दशकों में वर्ष 2014 तक, राजस्थान में लगभग 600 किलोमीटर रेल लाइनों का ही विद्युतिकरण हुआ।
मोदी ने कहा “गत नौ वर्षों में तीन हजार सात सौ किलोमीटर से ज्यादा रेल ट्रैक्स का विद्युतिकरण हो चुका है। इन पर डीजल इंजन की जगह इलैक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें चलेंगी। इससे राजस्थान में प्रदूषण भी कम होगा और हवा भी सुरक्षित रहेगी। अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत हम राजस्थान के 80 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को भी आधुनिकता के साथ विकसित कर रहे हैं। हमारे यहाँ शानदार हवाई अड्डे बनाने का फैशन तो है, बड़े-बड़े लोग वहाँ जाते हैं, लेकिन मोदी की दुनिया कुछ अलग है, जहां गरीब और मध्यम वर्ग का व्यक्ति जाता है, मैं उस रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट से भी बढ़िया बना दूंगा और इसमें हमारा जोधपुर रेलवे स्टेशन भी शामिल है।”
उन्होंने कहा कि आज रोड और रेल की जिन परियोजनाओं को शुरू किया गया है, उनसे विकास के इस अभियान को और गति लेगी। रेल लाइनों के इस दोहरीकरण से यात्रा में लगने वाला जो समय है, वो कम होगा, और सुविधा भी बढ़ेगी। मुझे जैसलमेर-दिल्ली एक्सप्रेस ट्रेन और मारवाड़-खांबली घाट ट्रेन को हरी झंडी दिखाने का भी सौभाग्य मिला है। और कुछ दिन पहले मुझे वंदे भारत के लिए भी मौका मिला था। आज यहां रोड के तीन प्रोजेक्ट्स का भी शिलान्यास हुआ है। आज जोधपुर औऱ उदयपुर हवाई अड्डों के नए पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग का शिलान्यास हुआ है। इन सभी विकास कार्यों से इस इलाके की लोकल अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये प्रोजेक्ट राजस्थान में टूरिज्म सेक्टर को नई ऊर्जा देने में मदद करेंगे।साथियों,हमारे राजस्थान की मेडिकल और इंजीनियरिंग एजुकेशन के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान रही है। कोटा ने देश को कितने ही डॉक्टर्स और इंजीनियर्स दिये हैं। हमारा प्रयास है कि राजस्थान एजुकेशन के साथ-साथ मेडिकल और इंजीनियरिंग की दृष्टि से भी नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने वाला एक अच्छे से अच्छा हब बने। इसके लिए एम्स जोधपुर में ट्रोमा, इमरजेंसी और क्रिटिकल केयर की एडवांस्ड सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत जिला अस्पतालों में भी क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स बनाए जा रहे हैं। उन्हें खुशी है कि एम्स जोधपुर और आईआईटी जोधपुर, ये संस्थान आज राजस्थान ही नहीं, बल्कि पूरे देश के प्रीमियर इंस्टीट्यूट्स बन रहे हैं। एम्स और आईआईटी जोधपुर ने मिलकर मेडिकल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नई संभावनाओं पर काम शुरू किया है। रोबोटिक सर्जरी जैसी हाइटेक मेडिकल टेक्नोलॉजी, भारत को रिसर्च के क्षेत्र में, इंडस्ट्री के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई पर ले जाने वाला काम है। इससे मेडिकल टूरिज़्म को भी बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान प्रकृति और पर्यावरण से प्रेम करने वाले लोगों की धरती है। गुरु जम्भेश्वर और बिश्नोई समाज ने यहाँ सदियों से उस जीवनशैली को जिया है, जिसका आज पूरी दुनिया अनुसरण करना चाहती है। हमारी इस विरासत को आधार बनाकर आज भारत पूरे विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा “मुझे विश्वास है, हमारे ये प्रयास विकसित भारत का आधार बनेंगे। और भारत विकसित तभी होगा, जब राजस्थान विकसित होगा। हमें मिलकर राजस्थान को विकसित बनाना है, और समृद्ध बनाना है।”