उदयपुर, 29 फरवरी। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के निर्वाण कल्याणक महोत्सव 2023-24 के उपलक्ष्य में भारत सरकार 100 रुपये मूल्यवर्ग के स्मारक सिक्के जारी करेगी। दिनांक 23 फरवरी 2024 को भारत के राजपत्र में जारी अधिसूचना के अनुसार 44 मिलीमीटर के वृत्ताकार ये सिक्के 50 प्रतिषत चांदी, 40 प्रतिशत तांबा और 5-5 प्रतिशत निकल व जस्ते से बनेंगे। सिक्के के अग्रभाग में ‘सत्यमेव जयते’ उद्घोष युक्त राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तम्भ एवं सिक्के का मूल्य 100 रुपये अंकित होगा।
श्रमण मुनि डॉ. पुष्पेन्द्र ने बताया कि सिक्के के पृष्ठभाग में तीर्थंकर महावीर की निर्वाण भूमि नालंदा पावापुरी के जलमंदिर का अंकन होगा तथा उस पर ‘पावापुरी निर्वाण भूमि’ लिखा रहेगा। सिक्के की परिधि में हिंदी और अंग्रेजी में भगवान महावीर 2550वां निर्वाण कल्याणक अंकित होगा। हिंदी व अंग्रेजी के नाम के बीच वर्ष ‘2023’ अंकित होगा।
साहित्यकार डॉ. दिलीप धींग ने बताया कि ईस्वी पूर्व 527 में पावापुरी में कार्तिक अमावस्या को भगवान महावीर का निर्वाण हुआ था। दीपावली मनाने का प्राचीनतम ऐतिहासिक संदर्भ भगवान महावीर का निर्वाण कल्याणक भी है। डॉ. धींग ने बताया कि वर्ष 2001 में जब भगवान महावीर का 2600वां जन्म कल्याणक मनाया गया, तब पांच और सौ रुपये के सिक्के जारी किये गये थे। उन सिक्कों के पृष्ठभाग में संस्कृत भाषा के प्रथम जैन ग्रंथ तत्वार्थ सूत्र के बोधवाक्य ‘परस्परोपग्रहो जीवानाम’ के साथ जैन प्रतीक अंकित किया गया था।
उल्लेखनीय है कि यह वर्ष तीर्थंकर महावीर स्वामी के निर्वाण कल्याणक 2550 वर्ष चल रहा है और इसी संबंध में भारत सरकार के डाक विभाग से भी संपर्क कर अति शीघ्र तीर्थंकर महावीर के जीवन वृत्त पर विस्तृत एक डाक टिकटों की श्रृंखला जारी करने का अनुरोध किया जा रहा है।