नई दिल्ली, 29 फरवरी। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने गुरुवार को नई दिल्ली में भारत में तेंदुओं की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में तेंदुओं की आबादी 13,874 है जो 2018 में 12852 हुआ करती थी। इसके साथ रिपोर्ट तैयार करने में सर्वे के क्षेत्रफल का दायरा भी बढ़ाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक देश में तेंदुओं की सबसे बड़ी संख्या मध्यप्रदेश में है – 3907, इसके बाद महाराष्ट्र 1985, कर्नाटक 1,879, और तमिलनाडु 1,070 में है।

इस मौके पर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि तेंदुए की स्थिति रिपोर्ट स्पष्ट रूप से संरक्षण प्रयासों को प्रदर्शित करती है। रिपोर्ट में वन विभाग के समर्पित प्रयासों की सराहना करते हुए संरक्षित क्षेत्रों से परे संरक्षण प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया है। प्रोजेक्ट टाइगर का समावेशी दृष्टिकोण पारिस्थितिकी तंत्र के अंतर्संबंध और विविध प्रजातियों के संरक्षण पर जोर देता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में, यह संरक्षण यात्रा एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य के लोकाचार का प्रतीक है। इस महत्वपूर्ण मिशन में योगदान देने वाले सभी व्यक्तियों को बधाई।

इस मौके पर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा “तेंदुए की स्थिति रिपोर्ट मानव-तेंदुए के सह-अस्तित्व पर प्रकाश डालते हुए “वसुधैव कुटुंबकम” दर्शन का उदाहरण देती है। जैव विविधता में गिरावट के बीच वन्यजीवों के प्रति सामुदायिक सहिष्णुता एक वैश्विक मॉडल के रूप में कार्य करती है।