दौसा, 14 फरवरी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को उत्तर भारत के बड़े धर्मस्थलों में प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन किए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी उनके साथ रहे। बालाजी महंत डॉक्टर नरेशपुरी महाराज ने मंदिर में राष्ट्रपति की अगवानी की और उन्हें विशेष पूजा-अर्चना करवाई। मुर्मू देश की पहली राष्ट्रपति हैं, जो बालाजी के दर्शन करने यहां पहुंचीं। उनकी यात्रा को लेकर बालाजी मंदिर में विशेष बंदोबस्त किए गए।

प्रस्तावित यात्रा कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रपति सुबह साढ़े नौ बजे सांगानेर एयरपोर्ट से रवाना होकर मीन भगवान मंदिर के पीछे बने हैलीपैड पर हेलीकॉप्टर से लैंड हुई। राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर सहित चार हेलीकॉप्टर कड़ी सुरक्षा के बीच हैलीपेड पर उतरे। एक हेलीकॉप्टर से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा यहां पहुंचे। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू बुधवार सुबह वायु सेना के हेलीकॉप्टर से मेहंदीपुर बालाजी पहुंचीं। उन्होंने बालाजी मंदिर में दर्शन कर विशेष पूजा-अर्चना करते हुए देश के खुशहाल होने की कामना की। बालाजी मंदिर में ट्रस्ट के महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज ने उन्हें बालाजी की तस्वीर भेंट की।

राष्ट्रपति के दौरे को लेकर बालाजी मंदिर की आकर्षक सजावट की गई। मंदिर के गर्भगृह को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया। मंदिर परिसर में शिव परिवार, समुद्र मंथन व हनुमानजी के चित्रण समेत कई झांकियां सजाई गईं। मंदिर के बाहर रेड कॉरपेट बिछाई गई। मंदिर परिसर में राष्ट्रपति के स्वागत में लाल फूलों से बना वेलकम लिखा हुआ डेकोरेशन भी कराया गया।

राष्ट्रपति के दौरे को लेकर प्रशासन पूरी तरीके से अलर्ट मोड पर रहा और चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान मुस्तैद रहे। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर बालाजी क्षेत्र में पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों के 1200 से ज्यादा जवान तैनात किए गए। बालाजी कस्बे से जुड़े सभी रास्तों को सील कर पुलिस तैनात की गई। मुख्य बाजार व गलियों के मुहाने जवानों की तैनातगी के साथ होटल, गेस्ट हाउस व धर्मशालाओं की छतों से भी सख्त निगरानी रखी गई। साथ ही चिकित्सकों की टीम भी तैनात की गई।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना व स्वागत कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति सवा ग्यारह बजे वापस जयपुर के लिए रवाना हो गईं। इसके बाद राष्ट्रपति बांसवाड़ा के बेणेश्वर धाम में होने वाले लखपति दीदी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उदयपुर के लिए रवाना हो गईं।