काठमांडू, 14 जनवरी। अपने न्यायाधीश पति के खिलाफ बलात्कार का मुद्दा दायर करने वाली पत्नी ने त्वरित कार्यवाही की मांग करते हुए रविवार की दोपहर को सुप्रीम कोर्ट परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया है। सुरक्षाकर्मियों ने महिला को नियंत्रण में ले लिया है।

न्यायाधीश भुवन गिरी की पत्नी आरती गिरी रविवार की दोपहर को सुप्रीम कोर्ट परिसर में पहुंचीं और अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया। तभी कोर्ट की सुरक्षा में तैनात पुलिस वालों की नजर पड़ गई और उन्होंने महिला को खुद के शरीर में आग लगाने से पहले ही नियंत्रण में ले लिया। महिला जोर-जोर से अपने पति भुवन गिरी के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी। उसने अपने पति को जेल भेजे जाने की मांग अपनी टी शर्ट पर प्रिंट करा रखी थी।

आरती गिरी ने अपने पति न्यायाधीश भुवन गिरी पर वैवाहिक बलात्कार का आरोप लगाया था। उस समय वह कपिलवस्तु में जिला न्यायाधीश पद पर तैनात थे, तब पुलिस ने न्यायाधीश गिरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर दिया था। बाद में कपिलवस्तु जिला अदालत के आदेश के बाद न्यायाधीश भुवन गिरी के खिलाफ 5 अप्रैल, 2023 को वारंट जारी किया गया था। 11 अप्रैल, 2023 को उनकी गिरफ्तारी हुई थी, लेकिन कुछ दिन बाद ही वो 2.75 लाख की जमानत पर रिहा हो गए थे।

न्यायाधीश की पत्नी का आरोप है कि पूरा तंत्र उनको बचाने में लगा है। बलात्कार जैसे आरोप के बावजूद उन्हें जमानत कैसे मिल गई। आरती गिरी ने अपने पति की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए दायर मुकदमे की जल्द सुनवाई किए जाने की बात कही है। महिला का कहना था कि यदि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दखल देते हुए मुकदमे का फैसला जल्द नहीं किया तो वो बीच चौराहे पर खुद को जिन्दा जला लेगी।