मुख्यमंत्री ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा के 14 उद्योगपतियों को 617 करोड़ रूपये के चैक भी प्रदान किये

गौतमबुद्धनगर, 8 मार्च । नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा के नागरिकों के लिए शनिवार का दिन बेहद खास रहा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा के नागरिकों पर सौगातों की जमकर बरसात की। उन्होंने 1,467 करोड़ रूपये की 97 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया। साथ ही नोएडा में स्थापित 14 औद्योगिक इकाईयों को 617 करोड़ रूपये की प्रोत्साहन राशि भी दी। इस दौरान ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में स्थित एनटीपीसी (जारचा) में आवासीय परिसर के बाहर राष्ट्रीय गौरव वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण भी किया।

मुख्यमंत्री द्वारा जिन योजनाओं का शिलान्यास हुआ उनमें ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के दादरी-जारचा मार्ग से वीरपुरा-खण्डेरा कोट का पुल एवं अजायबपुर फाटक मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, नोएडा में रैनीवेल संख्या-1, 2, 3, 4, 5 एवं 6 का सुदृढ़ीकरण, नोएडा में पूर्व स्थापित 7 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर टर्शियरी ट्रीटमेंट प्लांट (टीटीपी), डीएफसीसी रूट के अंतर्गत ग्रेटर नोएडा में गाजियाबाद-टूंडला रेल सेक्शन के समपार संख्या-141 किमी-1403/01-11 एवं समपार संख्या-143 किमी-1406/33-35 पर 2 लेन के दो रेल उपरिगामी सेतु, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा में नर्सिंग कॉलेज का एकेडमिक भवन, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर चैनेज-16.900 एवं चैनेज 6,100 किमी पर डायफ्रॉम वॉल तकनीक से दो मेजर अंडरपास, जेपी फ्लाईओवर से टी-पॉइंट सेक्टर-144 के सामने मेट्रो पिलर संख्या-469 तक आरसीसी ड्रेन, सेक्टर-142 मेट्रो स्टेशन से सेक्टर-144 के सामने मेट्रो पिलर संख्या-469 तक आरसीसी ड्रेन तथा सेक्टर-62 स्थित बड़े डी-टाइप पार्क का सौंदर्याकरण शामिल है।

इसके अलावा नोएडा सेक्टर-1 में 45 एमएलडी क्षमता की एसटीपी, नोएडा के ग्राम अस्तौली में डंपिंग ग्रांउड में 300 टीपीडी, बायो गैस सीएनजी प्लांट, नोएडा के सेक्टर इकोटेक-9 में 60 मीटर चौड़ी सडक, आरसीसी ड्रेन एवं सीवर लाइन तथा नोएडा के ग्राम पाली एवं थापखेड़ा क्षेत्र में 60 मीटर एवं 45 मीटर चौड़ी पेरीफेरियल सडक़ शामिल है।

नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा के 14 उद्योगपतियों को 617 करोड़ रूपये के चैक भी प्रदान किये। उत्तर प्रदेश औद्योगिक नीतियों के तहत जिले की 14 औद्योगिक इकाइयों को प्रोत्साहन धनराशि के रूप में 617 करोड़ रुपये मिले।