कोलकाता, 5 दिसंबर। डिवाइन ब्लिस फाउंडेशन और प्रज्ञान फाउंडेशन की ओर से 3 दिसंबर को प्रज्ञान भवन में “योग के साथ आनंदमय जीवन” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया।
सेमिनार में होमियोपैथ और स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल ने योग, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से एक स्थायी और आनंदमय जीवन की आवश्यकता को उजागर किया। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि नियमित योगाभ्यास शारीरिक शक्ति और लचीलापन को बढ़ावा देता है, जो एक स्वस्थ और संतुलित जीवन की नींव तैयार करता है।
उन्होंने समग्र जीवनशक्ति बढ़ाने वाले विशेष आसनों का प्रदर्शन किया। प्राणायाम पर चर्चा करते हुए, उन्होंने कहा कि नियंत्रित श्वास-प्रश्वास की तकनीकें मन और शरीर को सामंजस्यपूर्ण बनाती हैं, तनाव को कम करती हैं और मानसिक स्पष्टता को बढ़ाती हैं।
डॉ. अग्रवाल ने यह भी जोर दिया कि क्षमा और आभार जैसे अभ्यास योग के जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा हैं। उन्होंने बताया कि क्षमा एक शक्तिशाली उपकरण है, जो नकारात्मक भावनाओं को मुक्त करता है और आंतरिक शांति के लिए स्थान बनाता है, जबकि आभार जीवन में संतोष और सकारात्मक दृष्टिकोण उत्पन्न करता है।
इस सेमिनार में डॉ. सहिदुल इस्लाम, डॉ. प्रामाणिक, आशिष बसाक, आर.आर. अग्रवाल, बसु देव अग्रवाल, डॉ. नमिता चक्रवर्ती, पूनम बেগम, सोनाली चौधुरी, रत्ना सेन और अनीता साहा सहित कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया।