रायगढ़, 11 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र में 11 हजार केवी विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आने से एक जंगली हाथी की मौत हो गयी। घटना की सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गयी है।
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र में कल देर रात्रि तीन जंगली हाथी नरकालों की तरफ जाते देखा गए। माना जा रहा है कि इसी दरम्यान उसमें से एक जंगली हाथी 11 हजार केवी के तार के संपर्क में आ गया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी। आज सुबह खेत में जंगली हाथी का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में हडक़ंप की स्थिति निर्मित हो गई और देखते ही देखते मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। ग्रामीणों के द्वारा इसकी सूचना वन विभाग को दिया।
धरमजयगढ़ में जंगली हाथी की मौत की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम भी तत्काल मौके पर पहुंची और घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद पूरे मामले को जांच में ले लिया है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रथम दृष्ट्या करंट से हाथी की मौत होंने की आशंका जताई जा रही है। घटना धरमजयगढ रेंज अंतर्गत बायसी और नरकालो गांव के बीच खेत मे झुके हुए तार के नीचे मृत अवस्था में हाथी शव को आस पास के किसान और ग्रामीणों द्वारा देखा गया था।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार इन दिनों धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र के ही 91 जंगली हाथियों का दल अलग-अलग समूहों में विचरण कर रहा हैं जिनमे नर हाथियों की संख्या 26 और 41 मादा के अलावा 24 शावक शामिल हैं। धरमजयगढ़ के आमगांव में जहां 25 जंगली हाथी, इंचपारा में 22 जंगली हाथी के अलावा अलग-अलग रेंज में जंगली हाथियों की मौजदूगी है। हाथी प्रभावित गांवों में इन दिनों जंगली हाथियों का आतंक अधिक बढ़ गया है जिससे गांव के ग्रामीण भी दहशत में आ गए हैं।
धरमजयगढ़ वन मंडल के डीएफओ अभिषेक जोगावत का कहना है कि लगातार क्षेत्र में हाथियों की मॉनीटिरिंग की जा रही है और इस हाथी की मौत की वजह साफ दिख रहा है बिजली तार मानक ऊंचाई से बिल्कुल नीचे है, जिससे हाथी की उस करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने की वजह से मौत हुयी है। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है।