
कोलकाता, 28 अप्रैल। पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के चलते हिरासत में लिए गए बीएसएफ जवान पूर्णम साव की पत्नी रजनी साव सोमवार को फिरोजपुर के लिए रवाना हो गईं। वह वहां वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर अपने पति की वापसी को लेकर जानकारी हासिल करने की कोशिश करेंगी।
रजनी जो गर्भवती हैं, अपने बेटे और तीन अन्य परिजनों के साथ पहले कोलकाता से चंडीगढ़ के लिए उड़ान भरेंगी और फिर सड़क मार्ग से फिरोजपुर पहुंचेंगी। रजनी ने बताया कि यदि फिरोजपुर में बीएसएफ अधिकारियों से संतोषजनक उत्तर नहीं मिला तो वह दिल्ली जाकर गृह मंत्रालय तथा अन्य उच्चाधिकारियों से मिलने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा, “मैं बेहद तनाव में हूं। बीएसएफ के अधिकारी सिर्फ इतना कह रहे हैं कि चिंता न करें, लेकिन स्थिति स्पष्ट नहीं हो रही है। मैं बहुत परेशान हूं, इसीलिए अपनी हालत के बावजूद यात्रा का निर्णय लिया।”
जवान पूर्णम साव पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिसड़ा स्थित हरिसभा क्षेत्र के निवासी हैं। बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, वह 182वीं बटालियन में फिरोजपुर सीमा पर तैनात थे। घटना उस समय हुई जब वह सीमा के निकट किसानों के एक समूह की निगरानी कर रहे थे। विश्राम के दौरान वह अनजाने में पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश कर गए, जहां उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने पकड़ लिया। बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच जवान की रिहाई को लेकर फ्लैग मटिंग भी हुई थी, जिसकी जानकारी अधिकारियों ने गुरुवार रात को दी थी। हालांकि परिवार को अब तक कोई ठोस सूचना नहीं मिली है।
रजनी साव ने कहा कि घटना की खबर सुनने के बाद से वह बहुत तनाव में हूं। आज पांचवां दिन है और अब तक कोई स्पष्ट सूचना नहीं मिली है। शुरुआत में वह रविवार शाम को हावड़ा से अमृतसर मेल ट्रेन से फिरोजपुर जाने का प्रयास कर रही थीं, लेकिन कन्फर्म टिकट नहीं मिलने के कारण यात्रा का तरीका बदलना पड़ा। जवान पूर्णम के माता-पिता ने भी केंद्र सरकार से अपील की है कि उनके बेटे को सुरक्षित वापस लाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाए। जवान की मां ने कहा, “हम बहुत तनाव में हैं। मैं बीएसएफ अधिकारियों से प्रार्थना करती हूं कि मेरे बेटे को जल्द से जल्द वापस लाया जाए।”